हजारीबागः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हजारीबाग में झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, गिरिडीह, धनबाद और बोकारो की 13 लाख 94 हजार 82 महिलाओं को प्रथम किस्त के रूप में करीब ₹1अरब 39 करोड़ से अधिक राशि का हस्तांतरण किया। रामगढ़ की 1 लाख से अधिक, हजारीबाग की 2 लाख 29 हजार से अधिक, कोडरमा की 99 हजार से अधिक, गिरिडीह की 2 लाख 95 हजार से अधिक, धनबाद की 2 लाख से अधिक एवं बोकारो की 2 लाख 26 हजार से अधिक महिलाओं के खाते में योजना की पहली किस्त गई।
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मुख्यमंत्री को इस दौरान महिलाओं ने सांकेतिक तौर पर रक्षा बंधन पहनाया। योजना की पहली किस्त हस्तांतरित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 15 दिनों में हमने राज्य की 46 लाख से अधिक महिलाओं को झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से आच्छादित किया है। यह संख्या अभी और बढ़ेगी। घर की बुजुर्ग महिलाओं को भी सरकार पेंशन दे रही है। पेंशन से राज्य के 36 लाख से अधिक लोगों को जोड़ा गया। झारखण्ड की आधी आबादी 2019 से लेकर अब तक सरकार के साथ खड़ी रही है। सरकार ने बेटी के जन्म के साथ से लेकर अंतिम समय तक किसी न किसी योजना से लाभान्वित करने का संकल्प लिया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज गांव-गांव अधिकारियों को भेज कर आपकी समस्याओं को समाधान किया जा रहा है। परिणाम है कि बुजुर्गों को सम्मान, बच्चियों को सम्मान और अब बहन-बेटियों को सम्मान देने का कार्य हो रहा है। 20 साल में झारखण्ड को काफी पीछे धकेल दिया है इसे आगे लाने में थोड़ा वक्त लगेगा।
यहां सामाजिक सुरक्षा सबसे प्रथम होना चाहिए। लेकिन पूर्व में जिन्होंने सरकार चलाया, उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया। राज्य के किसानों का ऋण माफ करने का, यहां के वृद्धों को पेंशन देने का और महिलाओं को सम्मान देने के लिए पैसा नहीं था,यह विडंबना है।आने वाले समय में हम झारखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना चाहते हैं। ताकि यहां के लोगों की आमदनी बढ़े और सुख समृद्धि आए। आने वाले समय में कई योजनाएं आयेंगी जो आपके लिए सार्थक होगी।