हजारीबागः चुनावी मैदान में कांग्रेस ने प्रत्याशी तो जेपी पटेल हैं लेकिन असली खिलाड़ी अंबा प्रसाद ही नजर आ रही हैं । भले ही ईडी की तलवार ने उनका टिकट काट दिया हो लेकिन अंबा प्रसाद कांग्रेस की सबसे मजबूत भरोसेमंद सिपाही साबित होते हुए कांग्रेस प्रत्याशी जेपी पटेल से ज्यादा पसीना बहाती हुई नजर आ रही है ।
अंबा प्रसाद क्यों कर रही इतना प्रचार ?
अंबा प्रसाद दिन रात हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में अपने प्रभाव वाले इलाके में प्रचार में जुटी हैं। रविवार को केरेडारी प्रखंड के चट्टी बारियातू में जयप्रकाश पटेल के समर्थन में जनसंपर्क कर कांग्रेस के लिए वोट मांगा ।खास बात ये है कि कांग्रेस के स्थानीय नेता भी अंबा प्रसाद का साथ देते हुए नजर आ रहे हैं । जिला अध्यक्ष शैलेंद्र यादव जिला मीडिया प्रभारी निसार खान, मुखिया संघ के अध्यक्ष महेश प्रसाद साव, विधायक प्रतिनिधि सुरेश साव, प्रखंड अध्यक्ष रविंद्र गुप्ता, विधायक प्रशासनिक प्रतिनिधि चंदन गुप्ता, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि महेंद्र रजक सहित पंचायत के अध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता आम लोग मौजूद रहे।
अंबा प्रसाद ED से नहीं डरी ?
अंबा प्रसाद अपने प्रभाव वाले लगभग हर इलाके में जा-जाकर वोट मांग रही है । सवाल ये उठता है कि आखिर अंबा इतनी एक्टिव क्यों है । दूसरे लोकसभा क्षेत्रों में जहां कांग्रेस के विधायक हैं वहां या तो विधायक मुंह फुलाए बैठे हैं या फिर उन्हें मान-मनुव्वल कर क्षेत्र में उतारा जा रहा है । ऐसे में अंबा प्रसाद की इस रणनीति से क्या फायदा होगा इसे समझने की जरुरत है ।
दूर की रणनीति बना रही अंबा
दरअसल यह बात किसी से छिपी नहीं कि अंबा प्रसाद को इस बार लोकसभा का टिकट मिलना तय था चाहे चतरा या फिर हजारीबाग अंबा प्रसाद चुनावी मैदान में होती मगर ऐन वक्त पर ईडी की छापेमारी और पूछताछ ने अंबा के रथ को अटका दिया और उन्हें प्रचार तक ही सीमित कर दिया । अब अंबा के पास अपनी जमीन को बचाने और उसे आने वाले विधानसभा चुनाव के लिे तैयार करने का मौका मिल गया । युवा नेता होने की वजह से उनके पास मौकों की कमी नहीं है इसलिए वो अपने इलाके पर पकड़ ढिली नहीं छोड़ना चाहती है। इसीलिए सोशल मीडिया पर वो हर वक्त एक्टिव दिखती हैं और उनके फॉलोवर्स की संख्या लगातार बढ़ रही हैं।
अंबा प्रसाद जानती हैं की जेपी पटेल की नाकामी में भले ही उनका नाम हो लेकिन कामयाब होते हैं तो लोग जय प्रकाश पटेल से ज्यादा अंबा को याद करेंगे इसीलिए वो दूरदर्शी नेता साबित हो कर जनसंपर्क अभियान में कोताही नही बरत रही हैं।