गुमला: सदर थाना क्षेत्र के डुमरडीह पंचायत के कोरांबी गांव में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां जलती चिता में बुजुर्ग को जिंदा जला दिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों का बुजुर्ग से पुराना विवाद था जिस वजह से महिला के अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट में बुजुर्ग को जलती चिता में फेंक दिया गया।
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घटनाा को लेकर मृतक के बेटे संदीप उरांव ने आरोप लगाया कि बुजुर्ग महिला मंगरी उरांव कुएं में नहाने गई थी इसी दौरान पैर फिसलने से वो गिर गई और उनकी मौत हो गई। महिला के दाह संस्कार में उनके पिता बुधेश्वर उरांव भी शामिल हुए थे, इस दौरान मृतक महिला मंगरी उरांव के भाई झड़ी उरांव, उनके बेटे करमपाल उरांव ने उनके पिता की पहले पिटाई कर दी फिर जलती चिता में उन्हे फेंक दिया।
मृतक बुधेश्वर उरांव जब घर नहीं पहुंचे तो उनकी खोजबीन शुरू हुई। इसके बाद गांव के लोगों ने उनको पूरी घटना की जानकारी दी, जिसकी सूचना उन्होने पुलिस को दे दी है। जांच के लिए रांची से फॉरेंसिक की टीम को बुलाया गया है। वहीं, गुरुवार की सुबह आरोपी झड़ी उरांव ने थाना में सरेंडर कर दिया।
बताया जा रहा है कि अंधविश्वास के कारण बुधेश्वर उरांव की हत्या की गई है। बुधेश्वर उरांव पहले ओझा-गुणी का काम करता था।जिसके कारण ग्रामीण दबी जुबान से डायन-बिसाही के संदेह में हत्या की आशंका जता रहे हैं।