मशीनें थक गईं
अगर बोलती
तो कहतीं
बस..अब बस करो
मत गिनो
मशीनों में जान होती
तो रोती
आंसू बहातीं
कहती
बस करो
अब तो छोड़ दो
ये दौलत
ये कैश
ये पैसा
मशीनों में गिनती के लिए नहीं
गरीबों की जेबों में शोभा देतीं
उंगलियों से गिनी जाती तो
घरों में चूल्हा जलता
बच्चों की आँखों में चमक आती
मगर यहां इतना कैश देख
इंसान की क्या मशीनों की
आंखें भी फटी की फटी रह गईं
मशीनों में जान होती
तो रोती
आंसू बहातीं
कहती
बस करो
अब तो झारखंड लूटना बंद करो
ED Raid: जी हां, चुनावी मौसम में कैश का ये काला धंधा बता रहा है कि झारखंड में जिनके हाथों सत्ता होती है वो कैसे लूटते, नोंचते हैं और कैसे इसका राजनीति इस्तेमाल करते हैं। वक्त सियासी है। माहौल चुनावी है। वोट की तारीख नजदीक आ रही हैं। मोदी जी आकर गए और राहुल गांधी आने वाले हैं । और ऐसे में नोटों के बंडल देख झाऱखंडियों का कलेजा फट रहा है । दाने -दाने के लिए पसीना बहाने वाली अवाम सोच रही है कि आखिर इतना कैश कैसा जमा हुआ, इतनी दौलत किसके लिए और किसका था ।
झारखंड में सोमवार की सुबह जब लोगों की नींद टूटी तो कैश के दर्शन हुए । अपने घर में नहीं एक ऐसे घर में जो बताया तो मंत्री के निजी सचिव का स्टॉफ है लेकिन बात पच नहीं रही । प्रवर्तन निदेशालय की टीम एक बार फिर झारखंड में एक्टिव हुई तो करोड़ों रुपए कैश बरामद हो गए।
ईडी की छापेमारी में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम के यहां से बड़ी मात्रा में पैसे बरामद किए गए हैं। ईडी की ओर से इन पैसों की गिनती की जा रही है। साथ ही ईडी इन पैसों के स्रोत के बारे में जानकारी ले रही है। नौकर जहांगीर आलम आरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू स्थित फ्लैट नंबर 1ए, पहला तल्ला, सर सैयद रेजीडेंसी, ब्लाक बी में रहता है।
ईडी ने आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के यहां छापेमारी की है। सूचना के अनुसार संजीव कुमार लाल कई मंत्रियों के पीएस रह चुके हैं। सबसे पहले संजीव कुमार लाल विमला प्रधान के पीएस रहे थे। उसके बाद उन्होंने पीेएस रहने का सिलसिला चालू रखा। उनकी इतनी पहुंच थी कि चाहे कोई भी सरकार हो, वे किसी न किसी मंत्री के पीएस जरूर बन जाते थे।
सोमवार की सुबह ईडी की टीम सेल सिटी में पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के ठिकाने की तलाशी ले रही है। वहीं ईडी की दूसरी टीम बरियातू इलाके में छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि जेल में बंद इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मामले को लेकर ईडी की टीम ने यह कार्रवाई कर रही है।
ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता को ईडी ने गिरफ्तार किया था। इस दौरान ईडी ने करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा किया था। ईडी की जांच में पता चला था कि टेंडर में कमीशन का खेल हुआ था। जिसकी राशि से वीरेंद्र राम ने आय से अधिक संपत्ति आर्जित की थी। बता दें आलमगीर आलम ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री हैं।