प्रवर्तन निदेशालय द्वारा रांची में की गई छापेमारी में मंत्री आलमगीर आलम के पीएस के करोड़ों रुपए बरामद होने की खबर के बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । मंगलवार को राहुल गांधी का दौरा और इससे ठीक पहले की गई छापेमारी के बाद झारखंड का सियासी माहौल गरमा चुका है । गोड्डा से बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे ने एक्स पर लिखा है कि
ED Raid पर निशिकांत ने किया तंज
“30 करोड़ रुपए से अधिक और काउंटिंग जारी… आज ED की कार्रवाई में कॉंग्रेस विधायक दल के नेता व झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार शिरोमणि हेमंत सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेट्री संजीव लाल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई…संजीव लाल के आवास पर @dir_ed को मिला 30 करोड़ से अधिक कैश । प्रदीप यादव के पार्टी की कहानी… “
बाबूलाल ने साधा निशाना
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी लंबा चौड़ा पोस्ट किया है और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं । बाबूलाल ने लिखा कि
झारखंड सरकार के कांग्रेसी मंत्री आलमगिर आलम के निजी सचिव के नौकर के यहॉं से ईडी ने लगभग 25 करोड़ रुपये बरामद किए हैं।
दो दिन पहले प्रधानमंत्री जी JMM-कांग्रेस के जिस ‘लूट मॉडल’ की बात कर रहे थे, उसे इन रुपयों ने सत्यापित कर दिया है।
लगता है गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों के हक़ मारकर लुटे हुए इन्हीं पैसों से कांग्रेस अपने शहजादे को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देख रही है।
ईडी, सीबीआई के दुरुपयोग की दुहाई देने वाली JMM-कांग्रेस जनता के सामने अब कौन सा नया बहाना बनाएगी? धीरज साहू से लेकर आलमगिर आलम और पंकज मिश्रा से लेकर पूजा सिंहल तक के ठिकानों से जिस प्रकार अथाह काले धन बरामद हुए हैं, उससे पिछले 5 सालों के दौरान राज्य सरकार द्वारा की गई संगठित लूट जगजाहिर हो चुकी है।
सोचिये कि झारखंड में एक मंत्री के पीए के नौकर के यहॉं पच्चीस करोड़ नगद मिल सकता है तो दूसरे और मंत्रियों ने ग़रीबों की गाढ़ी कमाई और कितना लूट कर नौकर चाकरों तक के यहॉं छुपा कर रखा हुआ है ?
हमें लगता है कि कल्पना सोरेन जी अब घड़ियाली आंसू बहाना और यह कहना बंद कर देंगी कि हेमंत सोरेन का अपराध क्या है।
इन सभी पैसों का दुरूपयोग कर आम चुनाव को प्रभावित करने की प्रबल संभावना है। @ECISVEEP अविलंब सभी राज्य के महाभ्रष्ट मंत्रियों के ठिकानों पर छापेमारी कर चुनाव में काले धन का दुरुपयोग रोके और कठोर कारवाई करे।
कई मंत्रियों को पीएस रह चुके हैं संजीव कुमार लाल
ईडी ने आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के यहां छापेमारी की है। सूचना के अनुसार संजीव कुमार लाल कई मंत्रियों के पीएस रह चुके हैं। सबसे पहले संजीव कुमार लाल विमला प्रधान के पीएस रहे थे। उसके बाद उन्होंने पीेएस रहने का सिलसिला चालू रखा। उनकी इतनी पहुंच थी कि चाहे कोई भी सरकार हो, वे किसी न किसी मंत्री के पीएस जरूर बन जाते थे।
सोमवार की सुबह ईडी की टीम सेल सिटी में पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के ठिकाने की तलाशी ले रही है। वहीं ईडी की दूसरी टीम बरियातू इलाके में छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है
ED की छापेमारी में मंत्री आलमगीर आलम के पीएस के यहां से 25 करोड़ बरामद, देखें वीडियो…
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