रांची : जमीन घोटाले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किये गए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का मामला मंगलवार को लोकसभा में उठा। संसद में जेएमएम सांसद विजय हांसदा ने मामला उठाते हुए केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ श्वेत पत्र लाने की मांग की। उन्होने कहा कि एक आदिवासी मुख्यमंत्री को जबरन कुर्सी से उतारा गया।
संसद में केंद्रीय एजेंसी के दुरूपयोग और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर बोलते हुए विजय हांसदा ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी का जिस तरीके से मिसयूज हो रहा है उसको लेकर एक श्वेत पत्र लाने की जरूरत है। हमारे राज्य झारखंड में एक आदिवासी मुख्यमंत्री जबदस्ती कुर्सी से उतारने का प्रयास किया गया। आज कई राज्यों में ईडी के भय से ये लोग जैसे सत्ता दबोचने का काम कर रहे है इसको लेकर एक श्वेत पत्र आना चाहिए। मुख्यमंत्री इनके सामने झुके नहीं और एक आदिवासी का व्यक्तित्व दिखाया। बिना झूके उन्होने दिखाया कि इनके सामने नहीं झूकेंगे। ईडी, सीबीआई, आईटी केंद्रीय एजेंसियों का इन लोगों ने सबसे ज्यादा मिसयूज किया है। ये लोग अपने आप को कहते है कि ये लोग करप्शन नहीं करते लेकिन इनसे ज्यादा करप्शन कोई नहीं करता। 10 साल पहले इनको अच्छी स्थिति में देश मिला लेकिन इन्होने देश को गर्त में ले जाने का काम किया।