रांची: हाथों में स्टेथोस्कोप लिए मरीजों को देखने और स्वास्थ्य व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुचे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी। रांची के सरकारी अस्पताल रिम्स में शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी निरीक्षण करने पहुचे। रिम्स में इलाजरत मरीजों से मिलकर बातचीत कर मरीज के परिजनों से जानकारी ली।
4 OT में एक भी काम का नहीं
डॉक्टरों ने एनेस्थीसिया की कमी की जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान त्रुटि मिली जिसे लेकर मंत्री स्वास्थ्य अधिकारियों पर भड़कते और फटकार भी लगाते हुए नजर आए कहा अस्पताल में चार ओटी (ऑपरेशन थिएटर) है पर एक भी कोई काम के नहीं। मंत्री ने पुरे अस्पताल प्रबंधन को दुरुस्त करने की सख्त हिदायत दी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए जो रोड मैप तैयार किया गया है, इसका सख्ती से पालन किया जाएगा। मरीजों की स्थिति नियंत्रण में होने पर मरीजों को जिलो में स्थानांतरित किया जाएगा ताकि रीम्स में अतिरिक्त भार ना पड़े।
स्वास्थ्य मंत्री@IrfanAnsariMLA ने रांची स्थित @ranchi_rims
का निरीक्षण किया। मौके पर @HLTH_JHARKHAND के प्रधान सचिव अजय कुमार ने कहा कि @HemantSorenJMM के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों को दुरुस्त करने की दिशा में काम कर रहा है।@JharkhandCMO… pic.twitter.com/8CzIPZPNSy— Live Dainik (@Live_Dainik) December 27, 2024
पुराने उपकरण जाएंगें बदले
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने कई घोषणा करते हुए कहा कि दस साल से ज्यादा पुराने चिकित्सा उपकरणों को बदले जाने की बात कही । साथ ही जल्द से जल्द सेंट्रल लैब की शुरुआत की जाए। आईसीयू ओर इमरजेंसी सेवाओं को बेहतर बनाने को लेकर सौ नए बेड्स लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। संबंधित विभागों को इस कार्य के लिए दो महीने का समय अवधि दी गई हैं।
एक और रिम्स बनाने की तैयारी
मंत्री ने कहा कि रिम्स 2 परियोजना, जिसकी लागत 1078 करोड़ रुपये है, को स्वीकृति मिल गई है। यह झारखंड के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने रिम्स दिया था, और अब हमारी सरकार झारखंड की जनता को रिम्स 2 दे रही है। इससे मरीजों को अत्याधुनिक और बेहतर इलाज मिलेगा और रिम्स पर भार कम होगा।”
फरवरी से क्षेत्रीय नेत्र संस्थान होगा शुरु
डॉ. अंसारी ने घोषणा की कि रिम्स परिसर में निर्माणाधीन क्षेत्रीय नेत्र संस्थान फरवरी 2025 तक शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा, “सभी विभागों के ओपीडी और जांच की सुविधा एक ही भवन में उपलब्ध होगी। साथ ही, अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण लगाए जाएंगे, और पुराने उपकरणों को हटाया जाएगा। जरूरत के अनुसार विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी शीघ्र पूरी की जाएगी।”