धनबाद: बीजेपी उम्मीदवार ढुल्लू महतो यू तो किसी परिचय के मोहताज नहीं है। लेकिन मंगलवार को धनबाद की जनता के सामने उनका एक अलग रूप सामने आया। 44 डिग्री के तापमान में तप रही धनबाद की जनता की जनता को घंटों सड़क पर ही छोड़ दिया। शासन-प्रशासन तमाशा देखती रही और ढुल्लू महतो अपना शक्ति प्रदर्शन करते रहे।
पंप पर ढुल्लू का कब्जा
30 अप्रैल को ढुल्लू महतो को नामांकन करना था इसकी अपनी ओर से जिला प्रशासन ने भी तैयारी कर रखी थी , लेकिन प्रशासन की सभी तैयारियां ढुल्लू के शक्ति प्रदर्शन के आगे बेदम नजर आई। धनबाद के बरवड्डा हवाई अड्डा और उसके बगल से गुजरने वाली एन-एच पर सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक जाम लगा रहा। यही हाल धनबाद के मुख्य सड़कोें का था। एंबुलेंस में इलाज कराने अस्पताल जा रहे मरीज हो, स्कूली बच्चों हो सब ढुल्लू के शुक्ति प्रदर्शन बेबस नजर आए। यही नहीं ढुल्लू और उनके समर्थकों ने मैमको मोड़ स्थित पेट्रोल पंप पर घंटों कब्जा किया रखा।
पेट्रोल पंप पर ही ढुल्लू महतो के रसूख का ध्यान रखते हुए रॉल्स रायस जैसी महंगी गाड़ी मंगाई गई थी जिसपर सवार होकर ढुल्लू महतो ने रोड़ शो किया। आलीशान गाड़ी पर बीजेपी उम्मीदवार की सवारी की कीमत जनता को चुकानी पड़ी। घंटों धनबाद की सड़के ढुल्लू और उसके समर्थकों के हवाले रहा। जिस पेट्रोल पंप पर ढुल्लू और उनके समर्थकों ने कब्जा किया उसका वीडियो देखकर हर कोई दंग रह जाएगा। सैकड़ों लोगों की जान से कैसे खिलवाड़ किया गया। जिस तरह से पेट्रोल पंप पर नियमों की धज्जियां उड़ाकर कब्जा किया गया वो दिखाता है कि ढुल्लू महतो की धनबाद में क्या हनक है। अगर पंप पर किसी शरारती तत्व ने या किसी अन्य वजह से कोई हादसा हो गया होता तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती। क्या शासन-प्रशासन या ढुल्लू महतो के पास इसका जवाब है। महज एक चुनावी दिखावे के लिए इतने लोगों की जान को ताक पर रखा गया और पंप को ढुल्लू महतो और उनके समर्थकों के हवाले कर दिया गया।
स्कूली बच्चे होते रहे परेशान
ढुल्लू महतो ने अपने धनबल और बाहुबल का जो रूप धनबाद की सड़कों पर मंगलवार को दिखाया वो उनके आने वाले कल की ओर इशारा कर रहा है। स्कूली बच्चे तेज धूप में बस और ऑटो में बैठे रहे और सड़कों पर ढुल्लू महतो और उनके समर्थकों का तमाशा चलता रहा। स्कूल बच्चे और एंबुलेंस के साथ ही प्रशासन की भी कई गाड़ियां जाम में घंटों फंसी रही। कहा जाए तो ढुल्लू और उनके समर्थकों ने एक तरह से धनबाद की सड़कों पर कब्जा कर जनता को घंटों बंधक बनाए रखा। शासन-प्रशासन मुंह ताकता नजर आया या यू कहे लाचार नजर आया। सड़कों पर नजारा देखकर लग रहा था कि जैसे ढुल्लू ने धनबाद को रोक दिया है, सड़कों पर जो जहां है वही फंसा हुआ है परेशान है।