धनबाद/जमशेदपुर : सोमवार को धनबाद मंडल कारा में उपायुक्त के नेतृत्व में सिटी एसपी और एडीएम के नेतृत्व में छापेमारी की गई। कैदियों के वार्ड और गोदाम की तलाशी ली गई। डीसी वरूण रंजन, सिटी एसपी अजीत कुमार, एडीएम उदय रजक भारी सुरक्षा बल के साथ जेल में पहुंचे और सघन तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान इन अधिकारियों ने कैदियों से भी पूछताछ की। माना जा रहा है कि धनबाद जेल में बंद 16 खूंखार कैदियों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की कवायद चल रही है।
धनबाद जेल में गैंगस्टर अमर सिंह की हत्या के बाद चौकसी और बढ़ा दी गई है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से ही जेल में छापेमारी की गई। जानकारी के अनुसार होटवार जेल के अधीक्षक बेसरा निशांत रॉबर्ट को संवेदनशील माने जा रहे धनबाद जेल का अधीक्षक बनाये जाने की अधिसूचना जारी हो गई थी लेकिन बेसरा निशांत रॉबर्ट ने प्रभार लेने में असमर्थता जताई। उन्होने बताया कि धनबाद जेल काफी संवेदनशील है, होटवार जेल के अंदर 3000 कैदी है। उन्हे विभागीय कार्यो के लिए केस के सिलसिले में हाईकोर्ट का रूख करना पड़ता है। उन्होने रांची और धनबाद की दूरी का हवाला देते हुए भी प्रभार लेने में असमर्थता जताई।
वही दूसरी ओर जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में भी डीसी मंजूनाथ भजंत्री के नेतृत्व में छापेमारी की गई, हालांकि घंटों चली इस छापेमारी में कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। इस छापेमारी के दौरान सभी 12 वार्ड, बॉथरूम-टॉयलेट और गोदाम की सघन तलाशी ली गई। इस दौरान जेल के अंदर और बाहर जेलकर्मियों को भी जाने की इजाजत नहीं दी गई थी। डीसी ने कैदियों को दिये जाने वाले भोजन और सुविधाओं के संबंध में भी जानकारी ली।इसके अलावा साहिबगंज मंडल कारा में भी छापेमारी की गई और हार वार्ड की तलाशी ली गई।