रांची: देवघर एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग को चुनाव कार्य से हटाये जाने के खिलाफ जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी-माले के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग को एक ज्ञापन सौंपा। चुनाव आयोग द्वारा देवघर एसपी को हटाये जाने को लेकर प्रतिनिधिमंडल ने पत्र के माध्यम से अपनी आपत्ति जाहिर की।
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आयोग के लिखे गए पत्र की कॉपी निर्वाचन आयोग में सौंपने के बाद जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जिस तरह से चुनाव आयोग का हस्तक्षेप राज्य के प्रशासनिक पदाधिकारियों पर हो रहा है उससे कही न कही ये मैसेज जा रहा है कि यहां पर पदस्थापित आदिवासी या दलित समाज के लोग है वो आहत हो रहे है और प्रशासन पर भी एक गैर जरूरी दवाब बन रहा है। बिना कारण बताये आप डीसी हटा दे रहे हो, एसपी हटा दे रहे हो। एसपी-डीसी हटा रहे है उसके बाद आप राज्य सरकार से कहते है कि आप काम करिये। ये तरीका सही नहीं है, शुरू से हम लोग आरोप लगाते रहे है कि EC और BJP का बंटी और बब्ली का गठबंधन है, इससे राज्य को लूटने का प्लान बना रही है इसको लेकर हम लोगों ने ज्ञापन सौंपा है।
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निर्वाचन आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि 29 अक्टूबर को बिना कारण बताये देवघर के एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग को स्थानांतरित कर दिया गया जो अत्यंत हतप्रभ और दृष्टिकटु प्रतीत होता है। इससे पहले रांची के डीसी मंजुनाथ भजन्त्री को बिना कारण बताये स्थानांतरित कर दिया गया था।महाशय, आपके इन दो आदेशों का स्पष्ट उद्देश्य अनभिज्ञ है। राज्य में पदस्थापित आदिवासी, दलित पदाधिकारियों पर इस प्रकार का आदेश किसी विशेष राजनैतिक दल को चुनाव में प्रशासनिक सहयोग को अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षित करता है। राज्य में वर्त्तमान समय में छठे विधानसभा आम चुनाव सम्पन्न करने का निर्वाची प्रक्रिया जारी है और इस प्रकार के आदेश कहीं न कहीं प्रशासनिक तंत्र को अस्थिर करने का एक उद्देश्य प्रतीत होता है। हम इन कार्रवाईयों का विरोध करते हैं एवं संयुक्त रूप से आपके समक्ष अपनी नाराजगी तथा आपत्ती दर्ज करते हैं।