लोहरदगाः लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुखदेव भगत ने संसद में आदिवासियों का महान पर्व सरहुल को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की है। सांसद सुखदेव भगत ने संसद में कहा कि चैत मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाने वाला आदिवासियों को महान पर्व सरहुल जिसमें सूर्य और धरती की पूजा होती है। जिस प्रकार उड़ीसा के पुरी में मनाया जाने वाला रथयात्रा में लाखों की संख्या में लोग पूरी आस्था के साथ शामिल होते हैं। उसी प्रकार आदिवासियों का महान पर्व सरहुल के शोभायात्रा देश की बड़ी शोभा यात्राओं में एक है। जिसमें लाखों लोग शामिल होकर इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। सरहुल केवल झारखंड राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश में रहने वाले आदिवासी इसे प्रकृति पर्व के रूप में मनाते हैं।
सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि केंद्र सरकार के पूरे साल के कैलेंडर में एक भी आदिवासियों के त्योहार को राष्ट्रीय अवकाश घोषित नहीं किया गया है। ऐसे में केंद्र सरकार से आने वाले आदिवासियों का महान पर्व सरहुल को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग सांसद ने किया है। बता दें कि इससे पूर्व भी सांसद सुखदेव भगत ने संसद में आदिवासियों की प्राकृतिक आस्था, पूजा पद्धति, विशिष्ट रीति-रिवाज के संरक्षण और संस्कृति की रक्षा हेतु जनगणना कॉलम में सरना धर्म कोड लागू करने की मांग केंद्र सरकार से कर चुके हैं।