झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के बीच अभी सीटों का फाइनल बंटवारा नहीं हो पाया है। झामुमो और कांग्रेस ने आपस में 70 सीटें बांट ली हैं। शेष 11 सीटें अब राजद और भाकपा-माले को आपस में बांटना है। लेकिन राजद ने सीट बंटवारे को लेकर खुलकर नाराजगी जाहिर कर दी है।
इस बीच भाजपा और उसके घटक दल आजसू ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। ऐसे में बताया जा रहा है कि अलग-अलग समितियों की रिपोर्ट की वजह से झारखंड में कांग्रेस प्रत्याशियों पर फैसले में देरी हो रही है। कांग्रेस की ओर से कराए गए सर्वे रिपोर्ट भी अलग दिखी।
एक ही सीट पर दो-दो नाम
कांग्रेस की सीट और प्रत्याशियों पर रविवार को निर्णय नहीं हो सका है। प्रदेश कांग्रेस स्क्रीनिंग समिति और प्रदेश चुनाव समिति की रिपोर्ट में एक ही विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग प्रत्याशी हो गए हैं। ऐसा कई सीटों पर दिखा। कांग्रेस की ओर से कराए गए सर्वे की रिपोर्ट भी अलग दिखी। इस पर दिल्ली में कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक नहीं हो सकी।
राजद के रुख का भी इंतजार
प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति और झारखंड कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने आपस में बैठकर सीटों और नामों पर मंथन किया। अब सोमवार को कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक होगी। कांग्रेस राजद के रुख का भी इंतजार कर रही है, उसके बाद रणनीति तय करेगी।
कट सकता है कुछ विधायकों का टिकट
कांग्रेस अपने कुछ सीटिंग विधायकों का टिकट भी काट सकती है। पार्टी और क्षेत्र में उनके विरोध की वजह से ऐसा निर्णय लिया जा सकता है। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस या गठबंधन प्रत्याशी को बहुमत दिलाने का फायदा और नुकसान भी कांग्रेस विधायकों को उठाना पड़ सकता है।