रांची: झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर के बयान ने इंडिया गठबंधन के अंदर हलचल मचा दी है। उन्होने कार्यकर्ताओं से पूछते हुए कहा कि ऐसा भी हो कि हमारा सीएम रहे, इसके लिए हमें उस लायक बनना होगा। विधानसभा में हमारी जेएमएम के साथ बराबर की सीट हो, हम 25 से 30 सीट लायें तो राज्य में मुख्यमंत्री रोटेशन में होगा। ऐसे में कार्यकर्ताओं-नेताओं के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी है। मौजूदा 17 सीटों को बढ़ाये और 30 सीट हासिल करें।
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गुलाम अहमद मीर के इस बयान को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। पिछली विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर जाए तो कांग्रेस को 2019 में 31 सीटें मिली थी जिसमें कांग्रेस ने 17 सीटें जीती। इस बार कांग्रेस की नजर कुछ और सीटों पर है। जेवीएम के टिकट पर चुनाव जीतकर आये प्रदीप यादव की सीट पोरैयाहाटा और मांडर जहां से अभी शिल्पी नेहा तिर्की विधायक है उस सीट को भी कांग्रेस अपने में जोड़ते हुए पिछले चुनाव से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारना चाहती है। 2019 में मांडर सीट से बंधू तिर्की चुनाव जीते थे लेकिन सदस्यता जाने के बाद उनकी बेटी शिल्पी वहां से विधायक है। रामगढ़ की सीट ममता देवी की सदस्यता जाने से खाली हुई तो उस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को हार मिली थी। इस हिसाब से देखे तो कांग्रेस के पास अभी 18 विधायक है। पिछली बार जेएमएम 43, कांग्रेस 31 और आरजेडी 7 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इस बार कांग्रेस अधिक सीटों की दावेदारी के साथ आगे आई है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने अब तो रोटेशनल सीएम बनाने की भी मांग कर दी है।