कोलकाताः कोल किंग अनूप माझी ने सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया है । कोयले के काले कारोबार का बेताज बादशाह माने जाने वाले अनूप माझी को सीबीआई कई महीनों से ढूंढ रही थी । अनूप माझी पर बंगाल के कोयला खदानों के जरिए अरबों रूपए अवैध तरीके से कमाने का आरोप है ।
कितना बड़ा गहै साम्राज्य
कोयला खानों के लिए मशहूर आसनसोल ज़िले और रानीगंज के इलाके में कोयले का गैर कानूनी उत्खनन (Illegal Coal Mining) करने वाला अनूप माझी करीब 1 लाख लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजी रोटी देता है । आसनसोल में करीब 3500 अवैध खदानों का रोज़ाना टर्नओवर 200 करोड़ का है यानी आसनसोल और उसके आसपास ये एक समानांतर इकोनॉमी चलती है । अनूप मांझी उर्फ लाला इस साम्राज्य का बेताज बादशाह माना जाता है ।
गरीबी में पैदा हुआ अनूप मांझी
पश्चिम बंगाल के सबसे पिछड़े ज़िले पुरुलिया के भमूरिया गांव में जन्मा अनूप चार भाइयों और तीन बहनों के बीच गरीबी में पैदा हुआ । जिसने कोयले की खदानों में काम करते हुए कोयले की काले धंधे की एबीसीडी सीखी और बन गया कोल किंग ।अनूप मांझी ने रघुनाथपुर, आसनसोल और रानीगंज में अपना धंधा शुरु किया और फिर कहीं नहीं रुका । अनूप रघुनाथपुर के जंगलों में कास्ट माइन का गैरकानूनी धंधा भी शुरू किया । यहां से वो अनूप से लाला बनता चला गया और नेता-पुलिस और गुंडे उसके दोस्त होते चले गए । बंगाल की सियासत में अनूप मांझी उर्फ लाला का सिक्का चलने लगा ।
बंगाल का रॉबिहूड है अनूप मांझी उर्फ लाला
माना जाता है कि लाला का किरदार रॉबिनहुड जैसा भी था और बॉलीवुड फिल्म के उस डॉन जैसा भी, जो अपने इलाके में मसीहा की हैसियत रखता था । लोगों के लिए वही सरकार और वही अदालत था । माना जाता है कि लाला को दौलत और ताकत का नशा ऐसा चढ़ा कि उसने बेखौफ होकर अपने साम्राज्य को खुद ही लाइमलाइट खड़ा कर दिया। दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन करवाने वाले लाला ने अपनी छवि धार्मिक लोगों के बीच देवता की बनानी चाही थी, लेकिन इसी से वो जांच एजेंसियों की निगाह में चढ़ने लगा । बंगाल के पिछड़े ज़िलों के दूरदराज इलाकों में बॉलीवुड सेलिब्रिटियां पहुंचने लगीं तो कइयों की नज़रों में लाला आ ही गया ।
ऐसे चलाता है कोयले का धंधा
जानवरों के कुख्यात तस्कर इनामुल हक के नेटवर्क का इस्तेमाल लाला ने चोरी का कोयला बंगाल बॉर्डर से बाहर निकालने के लिए किया तो अपने दाएं हाथ जॉयदेब मंडल के हुनर का इस्तेमाल लाला ने बखूबी किया । कोयला और माइनिंग माफिया कृष्ण मुरारी कोयल का पतन लाला के चरम का रास्ता बना. हवाला ट्रेडिंग से लेकर रिज़ॉर्ट बिज़नेस तक लाला का पैसा और तार जुड़े हुए हैं ।
नेताओं के घर पहुंचाता है सूटकेस
बताया जाता है कि हर राजनीतिक पार्टी के साथ लाला के संबंध रहे हैं और सभी को रिश्वत पहुंचाने के लिए गाड़ियों में हर महीने सूटकेसों में भरकर पैसा जाता रहा है.ष 40 की उम्र पार कर चुके लाला का कारोबार कोयला तस्करी के साथ ही आयरन माइन्स, रेत उत्खनन और रिज़ॉर्ट्स व होटलों तक फैल चुका है । हज़ारों करोड़ के एम्पायर के इस बेताज बादशाह के लिए 50,000 से ज़्यादा लोग काम करते हैं.। अवैध कारोबार से जुड़ी दो दर्जन से ज़्यादा कोयला कंपनियां व फैक्ट्रियां लाला के नाम बताई जाती हैं।