रांचीः विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बोकारो की उपायुक्त जाधव विजया नारायण राव के खिलाफ उस जिले के दो-दो विधायकों ने मोर्चा खोला दिया। बोकारो से कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह ने उपायुक्त के खिलाफ शिकायत करते हुए कहा कि महोदय मै ये जानना चाहती हूं कि अगर विधानसभा क्षेत्र में अगर कोई समस्या हो तो हमलोग वहां के उपायुक्त से बात कर सकते है या नहीं। क्योकि अभी एक समस्या, एक इमरजेंसी था महोदय हमने उनसे बात की, वो फोन पर ही चिल्लाने लगी, हमें हमारा दायरा बताने लगी कि वो एक उपायुक्त है और हम एक विधानसभा की बातों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती। हमारी एक गरिमा एक जनप्रतिनिधि होने के नाते है या नहीं। और अगर विधानसभा में समस्या हो हमें यहां ही बात करना होगा या सचिव से बात करना होगा, क्यो उपायुक्त इसके लिए जवाबदेह हैं या नहीं।
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इसके बाद स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने कहा कि जब संसदीय कार्य मंत्री बयान देंगे तो आपको दायरा बता देंगे। इसी बीच चंदनक्यिारी से जेएमएम विधायक उमाकांत रजक स्पीकर की अनुमति से खड़े हुए और उन्होने श्वेता सिंह की बातों पर सहमति जताते हुए कहा कि माननीय सदस्या ने जो सवाल उठाया है वो सवाल बहुत गंभीर है और एक गंभीर सवाल पर सदन को एक गंभीर निर्णय लेने की आवश्यकता है। इतना उदंड अगर उपायुक्त हो, या सेकेट्री हो, या कार्यप्रणाली का कोई अधिकारी हो, ये लोकतंत्र की हत्या हो जाएगी। आपसे आग्रह है ऐसा एक गंभीर निर्णय सदन के माध्यम से सरकार को लेने की आवश्यकता है।
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फिर संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर सदन में खड़े हुए और उन्होने श्वेता सिंह के साथ उपायुक्त द्वारा किये गए व्यवहार पर कहा कि मैं माननीय सदस्या की समस्या को ग्रहण करता हूं, लोकतांत्रिक व्यवस्था है, उनका एक विशेषाधिकार भी है। मै तो आपसे आग्रह करूंगा कि आपकी बातों से लगा कि आप हर्ट हुई है, डीसी बोकारो के साथ जो बात हुई है। हम अपने माननीय सदस्या को ये कहना चाहेंगे कि हेमंत सोरेन जी की सरकार न सिर्फ पक्ष या विपक्ष सदस्यों सभी के विशेषाधिकार की रक्षा करेंगे।