रांचीः झारखंड के बीजेपी प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने दूसरे और आखिरी चरण के मतदान से पहले झारखंडी स्वाद का लुत्फ उठाया। उन्होंने रांची के आदिवासी पकवानों को परोसने वाले एक रेस्त्रां में जाकर ठेठ झारखंडी अंदाज़ में खाना खाया। संताल परगना समेत झारखंड कई 38 जिलों में बुधवार को वोट डाले जाएंगें।
शिवराज ने झारखंडी स्वाद का लिया आनंद
शिवराज सिंह ने कहा कि रांची के अजम एम्बा में इतना स्वादिष्ट और पारंपरिक भोजन करके मन आनंद और प्रसन्नता से भर गया।मैं बहन को बहुत बधाई देता हूं कि उन्होंने झारखंड के पारंपरिक भोजन को सारे विश्व में प्रसिद्ध कर दिया। मैं संजय सेठ जी का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे इसकी जानकारी दी।
यहां हमने चकोर का सूप लिया, जो स्वादिष्ट था और कई पोषक तत्वों की पूर्ति भी करता है। यह कई बीमारियों को दूर करते हैं। सनई के फूल का स्वाद अद्भुत था। सहजन के फूल के पकौड़े मेरी कल्पना में नहीं थे। उसके साथ साथ कई प्रकार की चटनियां हमने खाईं। सनेह फूल के पकोड़े, दाल पीठा, फुटकल की चटनी, ब्राह्मी साग की चटनी, कुंदरुम की चटनी, धुसका, ओल का भर्ता, चावल और रागी का छिलका, बैगन उड़द बड़ी की सब्जी , कटई साग आलू की सब्जी और गोंदली की खीर का स्वाद लिया, जो बहुत स्वादिष्ट थे। यहां आकर ऐसा लगा जैसे स्वाद की अलग दुनिया में आ गया।
शिवराज ने क्या-क्या खाया
ग़ौरतलब है कि झारखंड में बीजेपी आदिवासी वोटर्स को अपनी ओर करने की जी तो़ड़ कोशिश करने में लगी है । अजम अंबा में आज केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चाक़ोड़ साग का माड़झोर , सहजन फूल के पकौड़े , सनेह फूल के पकोड़े, दाल पीठा , फुटकल की चटनी , ब्राह्मी साग की चटनी, कुंदरुम की चटनी , धुसका, ओल का भर्ता, चावल और रागी का छिलका, बैगन उड़द बड़ी की सब्जी , कटई साग आलू की सब्जी और गोंदली की खीर का स्वाद लिया