पटना: बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह 15 दिन के पैरोल पर बेउर जेल से रिहा हो गए है। रविवार अहले सुबह उन्हे जेल से रिहा किया गया। जेल के बाहर उनके समर्थकों की भारी भीड़ जमा दी। जेल से बाहर आने के बाद फुल माला के साथ अनंत सिंह का स्वागत किया गया। अनंत सिंह बेउर जेल से सीधे अपने गांव नदवां चले गए है। उसके बाद वो लखीसराय में बड़हिया माता के दर्शन करेंगे।
चुनाव के दौरान रिहाई
मोकामा के पूर्व विधायक की तबियत कई दिनों से खराब बताई जा रही थी। कुछ दिनों के लिए आईजीआईएमएस अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। स्वास्थय कारणों से उन्हे पेरौल पर रिहा किया गया है। लेकिन इस रिहाई के कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे है। तीसरे के मतदान से पहले उनकी रिहाई एक राजनीतिक संदेश देने की कोशिश कर रही है। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह मुंगेर से लोकसभा के उम्मीदवार है और ललन सिंह का क्षेत्र उसी लोकसभा के अंदर आता है। 2019 के चुनाव के दौरान ललन सिंह और अनंत सिंह एक दूसरे के आमने-सामने थे। ललन सिंह के खिलाफ अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी कांग्रेस की उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में थी। लेकिन पिछले पांच सालों में राजनीतिक परिस्थितियां बदली। अनंत सिंह सजायाफ्ता होने के बाद जेल चले गए, नीलम देवी अनंत सिंह की जगह मोकामा से आरजेडी की विधायक चुनी गई। नीतीश कुमार के एनडीए में आने के साथ ही नीलम सिंह ने भी पाला बदल लिया और वो जेडीयू में शामिल हो गई। अब अनंत सिंह का परिवार और ललन सिंह एक पार्टी और गठबंधन में है ऐसे में माना जा रहा है कि मुंगेर संसदीय क्षेत्र में अनंत सिंह का ललन सिंह को समर्थन मिलेगा। दोनों की बीच दूरियां अब नजदीकियों में बदल गई है।