रांची : विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष के सदस्यों ने सदन के बाहर और भीतर जमकर हंगामा किया। ईडी के छठें समन के बाद भी मुख्यमंत्री के ईडी के सामने पेश नहीं होने और कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से मिले 351 करोड़ कैश को लेकर बीजेपी के सदस्यों ने विधानसभा के बाहर और अंदर जमकर हंगामा किया।
विधानसभा के अंदर विपक्ष के सदस्य 500 करोड़ किसका है के नारे लगा रहे थे और कांग्रेस और सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे थे। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी विधायक अनंत ओझा और भानु प्रताप शाही द्वारा लाये गए कार्य स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इसके बाद बीजेपी के सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे तो विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि आसन को उत्तेजित मत करिये, आपने पार्लियामेंट में देखा न आसन उत्तेजित हुआ तो क्या हुआ। इसके बाद बीजेपी के सदस्य वेल से अपनी सीट पर वापस लौट गए।
वही कांग्रेस सांसद प्रदीप यादव ने होमगार्ड की बहाली और जातिगत जनगणना के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी को घेरा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा जैसे ईडी के समन और धीरज साहू के बातों से सदन का लेना देना नहीं है वैसे ही जातिगत जनगणना से सदन का कोई लेना देना नहीं होना चाहिए। उन्होने आगे कहा कि सत्ता पक्ष के सदस्यों द्वारा राजनीतिक एजेंडे को सदन में लाया जाता है।
नेता प्रतिपक्ष के सवालों का संसदीय कार्यमंत्री और आलमगीर आलम ने जवाब देते हुए कहा कि धीरज साहू के यहां जो राशि मिली है उसका जवाब आईटी देगा न कि कांग्रेस पार्टी, उन्होने आगे कहा कि धीरज साहू के परिवार का काफी लंबे समय से लंबा चौड़ा कारोबार रहा है, धीरज साहू कांग्रेस के सांसद जरूर है लेकिन उनके यहां मिली राशि पर कांग्रेस को जवाब देना जरूरी नहीं। वही मुख्यमंत्री को ईडी के समन पर उन्होने कहा कि हेमंत सोरेन की ओर से जवाब दिया जा रहा है ये एक कानूनी प्रक्रिया है। भारी हंगामे की वजह से स्पीकर ने सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।