रांची : झारखंड सुरक्षा जन अधिकार मंच के द्वारा रांची के मोरहाबादी मैदान में आदिवासी एकता महारैली का आयोजन किया गया। इस महारैली को आरएसएस के संगठन जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा हाल ही में आयोजित की गई डी लिस्टिंग महारैली का जवाब माना जा रहा है। इस महारैली में पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, कांग्रेस नेता प्रदीप बालमुचू, सामाजिक कार्यकर्ता दयामणि बारला, रतन तिर्की, प्रभाकर तिर्की, गेलेडशन डुंगडुंग, जगदीश लोहार केंद्रीय सेवा समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, लक्ष्मी नारायण मुंडा, वासवी, कुंदरसी मुंडा सहित झारखंड से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए हैं।
शिवाजी राव मोहले ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए वन अधिकार कानून को आज कमजोर किया जा रहा है, केंद्र में हमारी सरकार बनी तो आदिवासियों को वनवासी कहने पर सजा देने का कानून बनाया जायेगा. उन्होंने कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन को सिर्फ इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि वह आदिवासी हैं, पूरे देश में 16 करोड़ आदिवासी हैं जिनके अधिकारों का हनन हो रहा है ।दिल्ली में राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार बनेगी तो आदिवासियों का राज होगा।
पूर्व सांसद प्रदीप कुमार बलमुचू ने कहा कि केंद्र सरकार आदिवासी विरोधी है ,ये इसका ताजा उदाहरण है ।हेमंत सोरेन को परेशान करना, प्रदीप बलमुचू ने कहा कि मणिपुर जैसी घटना हुई लेकिन प्रधानमंत्री ने आदिवासियों के लिए एक शब्द भी नहीं कहा, उन्होंने मणिपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मणिपुर जैसी घटना झारखंड में भी हो सकती है ।इसलिए हम सभी आदिवासियों को एकजुट रहना होगा. 2024 के लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगियों को हराना होगा।
बंधु तिर्की ने कहा कि आदिवासी 32 प्रकार के होते हैं, अगर हम सब आपस में लड़ेंगे तो मुखिया भी नहीं बन पाएंगे. इसलिए हम सभी को मिलजुल कर रहना होगा ।बंधु तिर्की ने कहा कि बिहार और यूपी से आये लोग अपने आप को बहुत होशियार समझते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि आदिवासियों में हम भी पढ़े-लिखे लोग हैं, हमने इस तरह का पूरा दस्तावेज बना लिया है, अब हम दिकू को पढ़ाएंगे ।बंधु तिर्की ने कहा कि आपस में झगड़ा कराकर छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने वाली भाजपा ने जैसे ही सरकार बनी जंगलों को पूंजीपतियों को दे दिया, जब हमारे मुख्यमंत्री ने आदिवासियों की बात की तो उन्हें ईडी में फंसा कर जेल भेज दिया गया।