पटना : सीतामढ़ी सीट से जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू का जहां जेडीयू से मोहभंग होता नजर आ रहा है वही जेडीयू ने भी उनके लिए अपने दरवाजे बंद कर लिये है। जेडीयू ने सीतामढ़ी लोकसभा सीट पर अपने लिए नये उम्मीदवार तलाश लिये है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नये नाम को लेकर सहमति दे दी है।
बिहार विधानपरिषद में सभापति और जेडीयू नेता देवेशचंद्र ठाकुर पार्टी की ओर से सीतामढ़ी लोकसभा सीट पर पार्टी के उम्मीदवार होंगे। रविवार को इस संबंध में मीडिया से देवेशचंद्र ठाकुर से सवाल किया तो उन्होने बड़ी साफगोई से कहा कि हां मै सीतामढ़ी से चुनाव लड़ूंगा और उसकी तैयारी भी मैने शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री से भी इस मामले पर सहमति मिल गई है।
जेडीयू के ब्राह्रमण चेहरे देवेशचंद्र ठाकुर से जब सवाल किया गया कि बीजेपी ने राजस्थान में ब्राह्रमण को मुख्यमंत्री बनाया है तो उन्होने कहा कि बीजेपी ने ब्राह्रमण को मुख्यमंत्री नहीं बनाया बल्कि ब्राह्रमणों ने मिलकर बीजेपी को बनाया है।
2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने अपने उम्मीदवार को बदलकर बीजेपी से आये सुनील कुमार पिंटू को अपना उम्मीदवार बनाया था। उस चुनाव में बीजेपी और जेडीयू एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रही थी इसलिए गठबंधन के तहत अदलाबदली हो गई। जब जेडीयू एनडीए से अलग हुई तो कुछ ही समय बाद सुनील पिंटू ने भी धीरे धीरे जेडीयू से अलग राह ले ली और मीडिया में जेडीयू के स्टैंड पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। कभी सुनील पिंटू और देवेशचंद्र ठाकुर नीतीश कैबिनेट के साथी हुआ करते थे अब एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोकेंगे।