रांचीः अंग्रेजी अख़बार द टाइम्स ऑफ इंडिया में घुसपैठ को लेकर एक विस्तृत लेख छपा है जिसमें दावा किया गया है कि झारखंड में घुसपैठ नहीं हो रही है। हेमंत सोरेन ने अख़बार की कटिंग को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बीजेपी पर झूठी अफ़वाह उड़ाने का आरोप लगाया है । हेमंत सोरेन ने लिखा है कि
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की यह रिपोर्ट निष्पक्ष एवं बेख़ौफ़ पत्रकारिता की मिशाल है।
भाजपा के हर बांग्लादेशी घुसपैठ के दावे की हवा निकाल रही है ये रिपोर्ट।
गृह मंत्रालय के अधीन BSF के कमांडेंट कह रहे हैं की घुसपैठ नहीं है। 90% बॉर्डर पर जाले हैं
काश और भी साथी इतनी मजबूती से… pic.twitter.com/2ywmZI72AW
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 17, 2024
The Times of India ने लिखा है कि
तीन दशक पहले, अशरफुल शेख ने झारखंड के विभाजन से पहले के पाकुड़ जिले में प्यार किया और शादी की। उन्होंने एक आदिवासी महिला, झरना मरांडी से विवाह किया, जो अब नर्तनपुर गांव की प्रधान हैं। यह शादी आदिवासी परंपराओं के अनुसार हुई थी। झरना ने अपना धर्म या उपनाम नहीं बदला और आदिवासी रीति-रिवाजों का पालन करती हैं, जबकि अशरफुल इस्लाम धर्म के सभी कर्मकांड करते हैं।
पाकुड़, जो बांग्लादेश की सीमा के निकट है, आगामी चुनाव के मद्देनज़र चर्चा का केंद्र बना हुआ है। बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर किए जा रहे प्रचार के बीच, स्थानीय निवासियों ने इन आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहना है कि वे बांग्लादेशी नहीं हैं, बल्कि सदियों से संथाल परगना की धरती पर बसे हुए हैं।
ग़ौरतलब है कि झारखंड विधानसभा में बीजेपी ने बांग्लादेशी घुसपैठ को बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश की है । कई महीनों से बीजेपी के तमाम नेता इस बात को प्रचारित करने में लगे हैं बांग्लादेश से घुसपैठ हो रही है और झारखंड सरकार मदद कर रही है ।