लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को बिहार के बेगूसराय ज़िले में कांग्रेस की चल रही ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में हिस्सा लिया।
सफेद टी-शर्ट पहने राहुल गांधी ने बेगूसराय शहर में पदयात्रा की और उनके साथ कई वरिष्ठ पार्टी नेता मौजूद थे, जिनमें कन्हैया कुमार और प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार शामिल थे। इस पदयात्रा में कांग्रेस के छात्र और युवा संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए, जिन्होंने झंडे और तख्तियां लेकर रक्षा बलों में खाली पदों को तुरंत भरने की मांग की।
इससे पहले दिन में, राहुल गांधी पटना से बेगूसराय पहुंचे, जहां जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राजेश कुमार और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। बेगूसराय में पदयात्रा के बाद, वे पटना लौटकर ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे और फिर सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
यह इस वर्ष जनवरी के बाद राहुल गांधी का बिहार का तीसरा दौरा है। अपने पिछले दौरे में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को “वैचारिक हार” देने का संकल्प लें।
राहुल गांधी ने रविवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक मिनट का वीडियो संदेश साझा किया था, जिसमें उन्होंने बिहार के युवाओं से अपील की कि वे सफेद टी-शर्ट पहनकर बेगूसराय की इस पदयात्रा में उनके साथ शामिल हों।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि बिहार के युवाओं की स्थिति को देश और दुनिया के सामने लाया जाए—जहां सरकारी नौकरियां घट रही हैं और निजीकरण से कोई लाभ नहीं मिल रहा है। आइए मिलकर सरकार पर दबाव बनाएं और इसे बदलें।”
बिहार के युवाओं में जोश है, कुछ कर दिखाने का – और सरकार के ख़िलाफ़ आक्रोश है, उन्हें अवसर और समर्थन नहीं दिलाने का।
“पलायन रोको, नौकरी दो” यात्रा में आज बेगूसराय की सड़कों पर हज़ारों युवाओं की भावना, उनका कष्ट और संकल्प साफ़ दिखा।
बेरोज़गारी और पलायन के खिलाफ ये आवाज़ अब बदलाव… pic.twitter.com/jKAx8BFQD9
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 7, 2025
बेगूसराय, कन्हैया कुमार का गृह ज़िला भी है, जो इस पदयात्रा में प्रमुख चेहरा बने हुए हैं। यह यात्रा पिछले महीने पूर्वी चंपारण ज़िले से शुरू हुई थी।
गौरतलब है कि कन्हैया कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में CPI के टिकट पर बेगूसराय से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस, राजद और वाम दलों का महागठबंधन, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ मैदान में है, जिसमें भाजपा भी शामिल है।