पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबियत शनिवार सुबह बिगड़ गई। शनिवार सुबह सो कर उठने के बाद उन्हे हाथों में दर्द महसूस हुआ। दर्द जब कम नहीं हुआ तो नीतीश कुमार ने अस्पताल में भर्ती होने का निर्णय लिया। उसके बाद मुख्यमंत्री को मेदांता अस्पताल लाया गया, जहां ऑथो डिपाटमेंट में में डॉक्टरों की टीम ने उनका उपचार किया और थोड़ी देर बाद ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया।
JMM प्रत्याशी ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष पर लगाया चुनाव खर्च का पैसा गबन करने का आरोप, दिये 6 हजार प्रति बूथ बांटे 4 हजार
इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने तीन महीने बाद कैबिनेट की बैठक की। इस बैठक में 25 एजेंडों पर मुहर लगाई गई जिसमें बेरोजगारी भत्ता से लेकर सरकारी कर्मचारियों के हाउस अलाउंस में बढ़ातरी समेत कई महत्तवपूर्ण फैसले लिये गये। पिछले तीन महीनों में नीतीश कुमार का कार्यक्रम बहुत व्यस्त रहा है, पहले लोकसभा चुनाव में महीनों तक चुनाव प्रचार में लगे रहे फिर केंद्र में सरकार गठन को लेकर वो कई दिनों तक दिल्ली में जमें रहे। लगातार भागदौर और व्यस्त कार्यक्रम की वजह से उनको हाथ में दर्द महसूस हो रहा है।
नीतीश कुमार ने पीएम मोदी का पांव छू कर किया बिहार का अपमान- प्रशांत किशोर
वही 29 जून को नीतीश कुमार ने जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है, इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले किये जाएंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते उस कार्यक्रम में नीतीश कुमार को मौजूद रहना अनिवार्य है। इसलिए नीतीश कुमार अपने स्वास्थ्य में आ रही समस्या को ठीक करवाने अस्पताल पहुंच गये है।