पटना: नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार में जलप्रलय की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कोसी बराज को पार कर पानी बह रहा है। कोसी बराज से 1968 के बाद सबसे ज्यादा पानी छोड़ा गया है। रविवार सुबह 6,61,295 क्यूरेक पानी छोड़ा गया है उससे पहले शनिवार रात 10 बजे 6 लाख 2 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।नेपाल में अबतक बारिश और भूस्खलन से 99 लोगों की मौत हो चुकी है।
नेपाल में भारी बारिश की वजह से रविवार सुबह कोसी बराज, वीरपुर से 6,61,295 क्यूसेक जलस्राव हुआ है, जो 1968 के बाद सबसे अधिक जलस्राव है।#BiharFlood #Bihar@WRD_Bihar@IPRDBihar@DoWRRDGR_MoJS pic.twitter.com/x2vPx4UF3A
— Live Dainik (@Live_Dainik) September 29, 2024
बिहार में जलप्रलय की आहट से लोग दहशत में है। उत्तर बिहार के एक दर्जन जिलों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। एहतियातन कोसी बराज पानी लोगों का आना जाना बंद कर दिया गया है। जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। एक अधिकारी ने बताया कि 'जल संसाधन विभाग की टीमें 24/7 आधार पर तटबंधों की निगरानी कर रही हैं ताकि किसी भी कटाव या खतरे का पता चलते ही त्वरित कार्रवाई की जा सके.'
सुपौल-कोसी बराज से रात 10 बजे 6 लाख 2 हजार क्यूसेक वाटर डिस्चार्ज, बराज के सभी गेट ओपन, निचले इलाकों में हाई रेड अलर्ट जारी, भारत और नेपाल के बीच बराज रोड से आवाजाही ठप #NepalFlood #BiharFlood #KosiBarrage pic.twitter.com/5Ai8yXWax9
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इस टीम में जल संसाधन विभाग के 17 एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, 25 असिस्टेंट इंजीनियर और 45 जूनियर इंजीनियर शामिल हैं. पिछले दो-तीन दिनों से लगातार बारिश के बाद राज्य भर में कई नदियों गंडक, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान और महानंदा और गंगा का जल स्तर बढ़ रहा है।