बेंगलुरु: बिहार से दूर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के आलीशान इलाके में रह रहे पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश की हत्या से पूरा शहर सन्न है । दो बेटे और एक बेटी के पिता ओमप्रकाश को इल्म भी नहीं होगा कि जिस पत्नी के लिए उन्होंने अपने परिवार से नाता तोड़ दिया वही उसकी एक दिन हत्या कर देगी । जी हां ओमप्रकाश की मां इस शादी के खिलाफ थी क्योंकि पल्लवी की जाति दूसरी थी । लेकिन ओमप्रकाश ने परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी की और बेंगलुरु में ही शिफ्ट हो गए । बेतिया की ओर मुड़ कर भी नहीं देखा । यहां तक की पिता की मौत पर भी नहीं आए ।
पत्नी पल्लवी और बेटी गिरफ्तार
कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की हत्या के आरोप में उनकी पत्नी पल्लवी (65) और बेटी कृति को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, रविवार को बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित उनके घर से 68 वर्षीय ओम प्रकाश का शव बरामद हुआ था, जिस पर कई चाकू के निशान पाए गए। बेटे की शिकायत पर हुई है कार्रवाई । मामला बेंगलुरु सेंट्रल क्राइम ब्रांच की महिला इकाई को सौंप दिया गया है।
बेटे ने FIR में लगाया मां और बहन पर हत्या का आरोप
ओम प्रकाश के बेटे कार्तिक प्रकाश (40) द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की गई। कार्तिक ने कहा कि उनकी मां और बहन डिप्रेशन में थीं और अक्सर पिता से झगड़ा करती थीं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मां पल्लवी ने कई बार पिता को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके कारण वे बहन के घर चले गए थे। लेकिन दो दिन पहले कृति उन्हें वापस घर लेकर आई थी।
हत्या से पहले भेजे गए थे मैसेज
हत्या से कुछ समय पहले पल्लवी ने पुलिस अधिकारियों के परिवारों के एक सोशल मीडिया ग्रुप पर कई संदेश भेजे थे, जिनमें उन्होंने अपने और बेटी के जान को खतरा बताया था। एक संदेश में लिखा गया था:
“मैं और मेरी बेटी ओम प्रकाश, पूर्व डीजीपी कर्नाटक के हाथों घरेलू हिंसा का शिकार हैं। उनके हथियार पारंपरिक नहीं बल्कि अत्याधुनिक हैं।”
एक अन्य संदेश में उन्होंने बेटे पर भी आरोप लगाया और कहा कि उसके पास रिवॉल्वर और रायफलें हैं, जिन्हें जब्त किया जाना चाहिए। उन्होंने लिखा:
“यह सब संपत्ति के लालच और ईर्ष्या के कारण हो रहा है। मेरे पति मेरे बेटे और बहू का साथ दे रहे हैं।”
क्या है कहती है पुलिस
बेंगलुरु पश्चिम के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विकास कुमार विकास ने बताया, “बेटे द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। हत्या के वक्त घर में तीन लोग मौजूद थे, यह बात स्पष्ट है। शव के पास एक धारदार हथियार मिला है।”
एलआईसी क्लर्क थे ओम प्रकाश के पिता
ओम प्रकाश बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा कस्बे से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता एलआईसी में क्लर्क थे। ओम प्रकाश ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पढ़ाई की और 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी बने। उन्होंने कर्नाटक में बेल्लारी जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में करियर शुरू किया। वे CID के DGP और लोकायुक्त पुलिस में भी सेवाएं दे चुके थे। 2015 में उन्हें DG & IGP नियुक्त किया गया था और 2017 में वे सेवानिवृत्त हो गए थे।
मां अंतर्मजातीय विवाह के खिलाफ थीं
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक बगहा के एक स्थानीय निवासी ने बताया कि ओम प्रकाश की मां उनके अंतर्जातीय विवाह से नाराज़ थीं और इस कारण उन्होंने शुरुआती वर्षों में बगहा आना बंद कर दिया था। वहीं, उनके एक पड़ोसी गिरेन्द्र पांडे ने बताया कि ओम प्रकाश का परिवार पहले परसौनी गांव में रहता था, जो 1971 की गंडक बाढ़ में बह गया था। इसके बाद उनके पिता ने बगहा में घर लिया।
पिता के निधन पर भी नहीं आए
ओम प्रकाश के पिता का निधन 2021 में कोविड की दूसरी लहर में हुआ, लेकिन उनके दोनों बेटों में से कोई भी अंतिम संस्कार के लिए नहीं आया। उनके नहीं आने और परिवार का हाल चाल नहीं लेने पर स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों ने हैरत जताई थी ।




