रांची: टेंडर कमीशन घोटाले में गिरफ्तार मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव और उसके निजी सहायक की रिमांड अवधि शनिवार को खत्म हुई तो इन दोनों को रांची के पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। विशेष अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद इन दोनों की रिमांड अवधि तीन दिनों के लिए बढ़ा दी।
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ईडी ने अपने रिमांड पिटीशन में कहा कि आलमगीर आलम से पूछताछ जारी है। उनके बयान एवं अन्य अभियुक्तों के डिजिटल डिवाइस से मिले आंकड़ों से कमीशखोरी से जुड़े गये तथ्यों की जानकारी मिल रही है। संजीव और जहांगीर के डिजिटल डिवाइस से कुछ नई जानकारियां मिली है। विभाग में जारी कमीशनखोरी को इन नये तथ्यों से जोड़कर देखना जरूरी है। संजीव और जहांगीर सही जानकारी नहीं दे रहे है। वे सूचनाओं को छुपा रहे है जबकि इस बात को जानना जरूरी है कि अर्थव्यवस्था में इन लोगों का कितना कालाधन शामिल किया गया है। संजीव द्वारा मंत्री के लिए कमीशनखोरी की जाती थी और कमीशन की रकम को जहांगीर के घर रखा जाता था।