रांची: पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम बीजेपी में शामिल हो गए। इस दौरान झारखंड बीजेपी के सह प्रभारी हेमंता बिस्व सरमा, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी , पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी सीता सोरेन भी मौजूद थे। शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और उनके बेटे बाबूलाल सोरेन बीजेपी में शामिल हुए थे उसके अगले दिन लोबिन हेम्ब्रम ने बीजेपी की सदस्यता ले ली।
चंपाई सोरेन से हेमंता बिस्व सरमा और अमर बाउरी ने की मुलाकात, असम आने का दिया निमंत्रण
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने भी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की सदस्यता ले ली है, इससे पहले उनकी पत्नी गीता कोड़ा ने लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की सदस्यता ली थी और चाईबासा की सीट पर चुनाव लड़ा था जहां उन्हे जेएमएम के जोबा मांझी के हाथों शिकस्त खानी पड़ी।
लोबिन हेम्ब्रम ने लोकसभा चुनाव के दौरान राजमहल सीट से जेएमएम उम्मीदवार विजय हांसदा के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसके बाद जेएमएम की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को उनकी सदस्यता खत्म करने को लेकर अनुरोध किया गया था। विधानसभा अध्यक्ष की कोर्ट ने लोबिन हेम्ब्रम और बीजेपी के विधायक जेपी पटेल जिन्होने हजारीबाग सीट पर बीजेपी उम्मीदवार मनीष जायसवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था, उन दोनों की विधानसभा सदस्यता खत्म कर दी। इसके बाद लोबिन लगातार बीजेपी में शामिल होने का प्रयास कर रहे थे, वो दिल्ली का चक्कर भी काट चुके थे लेकिन उन्हे निराशा लगी। दिल्ली से लौटकर आने के बाद लोबिन हेम्ब्रम और चंपाई सोरेन की मुलाकात हुई थी इसके बाद से ही कयास लगाये जा रहे थे कि दोनों बीजेपी में शामिल होंगे। चंपाई सोरेन तो बीजेपी में शुक्रवार को शामिल हो गए लेकिन लोबिन का मामला अटक गया। शुक्रवार रात चंपाई सोरेन के दखल के बाद हेमंता बिस्व सरमा की हरी झंडी मिलते ही लोबिन हेम्ब्रम का बीजेपी में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया।
लोबिन का मामला बीजेपी में अटकने की बड़ी वजह बोरियो सीट पर उनकी दावेदारी थी, जहां से लोबिन विधायक थे। बताया जाता है कि इस सीट पर बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ताला मरांडी का भी दावा है क्योकि इस सीट से ताला मरांडी भी विधायक रह चुके है। ताला मरांडी ने 2019 में टिकट नहीं मिलने पर आजसू पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा था और हार का सामना करना पड़ा था, उस चुनाव में लोबिन की जीत हुई थी। बाबूलाल मरांडी के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद ताला मरांडी की भी बीजेपी में वापसी हुई और उन्होने राजमहल सीट पर ताला मरांडी को लोकसभा चुनाव में टिकट दिलवाया, लेकिन इस चुनाव में जेएमएम उम्मीदवार विजय हांसदा की जीत होग गई। अब विधानसभा चुनाव में ताला मरांडी फिर से अपनी पुरानी सीट बोरिया से चुनाव लड़ना चाहते है, वही लोबिन भी उसी सीट के दावेदार है। बोरिया सीट को लेकर खींचतान की वजह से लोबिन का बीजेपी में शामिल होने का मामला लटका हुआ था लेकिन चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद चंपाई ने हेमंता बिस्व सरमा ने बात कर लोबिन का बीजेपी में आने का रास्ता साफ कराया।