चाईबासाः ओडिशा के बांको खदान से लूटा गया 200 पैकेट विस्फोटकर को सुरक्षाबलों ने बरामद कर लिया। नक्सलियों ने इस विस्फोटकों को सारंडा के जंगल में मिट्टी के अंदर छुपाकर रखा था। झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ और ओडिशा के जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाकर विस्फोटकों को बरामद किया।
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ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के कोइडा जंगल क्षेत्र में सोमवार को सुरक्षाबलों ने 2.5 टन विस्फोटक सामग्री बरामद की है। यह बड़ी सफलता सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की संयुक्त कार्रवाई में मिली।जरेइकेला थाना क्षेत्र के तिरिलिपोश इलाके में माओवादी गतिविधियों की पुख्ता सूचना मिलने के बाद यह अभियान चलाया गया। सुरक्षा बलों ने घंटों तक घने जंगल और पहाड़ी इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया। मेटल डिटेक्टर और स्निफर डॉग की मदद से जमीन के नीचे छिपाकर रखे गए विस्फोटकों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया।
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जानकारी के मुताबिक, राउरकेला के एसपी नितेश वाधवानी ने इसकी पुष्टि की है।उन्होंने बताया कि यह बीते तीन दिनों में दूसरी बड़ी बरामदगी है।इससे पहले 30 मई को भी भारी मात्रा में विस्फोटक इसी जंगल से बरामद किए गए थे। इससे माओवादियों के नेटवर्क को बड़ा झटका माना जा रहा है।सभी विस्फोटकों को सारंडा के घनघोर जंगलों तक पहुंचाया जाना था लेकिन उससे पहले ही ओडिशा और झारखंड पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ के द्वारा चलाए गए अभियान से लगभग सभी विस्फोटक बरामद कर लिए गए हैं। इस मामले पर राउरकेला के एसपी ने ट्वीट कर 2.5 टन विस्फोटक बरामद होने की जानकारी दी है। साथ ही यह भी जानकारी दी है कि सर्च अभियान अभी भी जारी है।
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मालूम हो कि 27 मई को केबलांग थाना क्षेत्र के रेलाहातु यांको एरिया से नक्सलियों ने दो सी पैकेट (करीब पांच टन) विस्फोटक लूट लिया था। इसके बाद से ही ओडिशा और झारखंड पुलिस संयुक्त रूप से सारंडा जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रही है।विस्फोटक लूट की यह घटना पूरे ओडिशा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर चुकी थी। लूट की गंभीरता को देखते हुए ओडिशा पुलिस के डीजी योगेश बहादुर खुरानिया ने मौके पर पहुंचकर खुद निरीक्षण किया और उच्च अधिकारियों के साथ रणनीति बनाई। जांच अभियान में आईजी (ऑपरेशंस) दीपक कुमार, डीआईजी ब्रिजेश राय,एसपी प्रत्युष दिवाकर, विशेष खुफिया शाखा और एएनआई की टीम शामिल रही।ओडिशा पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक लूटे गए विस्फोटकों के संबंध में मिली पुख्ता जानकारी के बाद यह अभियान चलाया गया है। सुरक्षाबलों ने घंटों तक घने जंगल और पहाड़ी इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें मेटल डिटेक्टर और स्निफर डॉग की मदद से जमीन के नीचे छिपाकर रखे गए विस्फोटकों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है।