Lohardaga: लोहरदगा में बुधवार की रात एक पुलिस जवान ने अंधाधुंध फ़ायरिंग कर दहशत फैला दी है। घटना लोहरदगा SP आवास के ठीक पीछे हुई। जहां पर एक पुलिस जवान आनंद सिंह मुंडा ने एएसआई धर्मेंद्र सिंह को गोली मार दी। इस जवान की पहचान रांची जिले के सोनाहातू थाना क्षेत्र के बिरडीडी गांव का रहने वाले के रूप में हुई है। गोली मारने वाला पुलिसकर्मी आनंद सिंह मुंडा मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। आनंद सिंह मुंडा लोहरदगा के बाद गिरिडीह, दुमका, बोकारो समेत कई स्थानों से इलेक्शन ड्यूटी से वापस अपने घर लौटा। जिसके बाद उसने अपनी पत्नी और बच्चों को घर में बंद कर दिया। उसकी सर्विस राइफल उसके साथ थी।
आनंद सिंह मुंडा के पास इंसास के साथ 120 गोलियां
बताया जा रहा है सिपाही आनंद सिंह मुंडा के पास एक इंसास राइफल, मैग्जीन में 20 पीस गोली और लगभग 100 राउंड की अलग से गोली है। जब साथी पुलिसकर्मियों ने उसे राइफल वापस लेने की कोशिश की तो उसने एएसआई धर्मेंन्द्र सिंह को गोली मार दी।
बिहार के रहने वाले हैं एएसआई धर्मेंद्र सिंह
फिलहाल पुलिसकर्मी की स्थिति के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। धर्मेंद्र सिंह मूल रूप से बिहार के पटना के रहने वाले हैं। वह फिलहाल बोकारो के सेक्टर-3 में रह रहे थे। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद हैं।
मौके् पर लोहरदगा एसपी, दहशत में लोग
एसपी आवास के पीछे से रह-रहकर फायरिंग की घटना होती रही। जिससे कोई भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। घटना को अंजाम देने वाला पुलिसकर्मी घर के अंदर से फायरिंग कर रहा था। पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है। मामले में कोई भी कुछ कहने के लिए तैयार नहीं है। घटना के बाद एसपी हारिस बिन जमां, सीआरपीएफ कमांडेंट राहुल कुमार, डीएसपी समीर तिर्की समेत पुलिस के कई अधिकारी एवं जवान मौके पर पहुंच गए हैं। साथ हीं एंबुलेंस को तैयार रखा गया है।
ड्रोन से रखी जा रही है नजर
ड्रोन कैमरा से पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि जिस घर से पुलिसकर्मी फायरिंग कर रहा है, उस घर में पुलिस के तीन-चार जवान फंसे हुए हैं। फिलहाल एसपी, सीआरपीएफ कमांडेंट, डीएसपी सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल के जवानों के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं। पुलिसकर्मी की पत्नी सरबला कुमारी को भी घटनास्थल के समीप ही रखा गया है। जिससे की आवश्यकता अनुसार पुलिसकर्मी से उसकी बात कराया जा सके। घटनास्थल के पास काफी संख्या में आम लोगों की भीड़ है।