लोहरदगा: जिले के एसपी आवास के पीछे पुलिस जवान आनंद सिंह ने एएसआई की हत्या कर दी और लगातार रूक रूक कर फायरिंग करता रहा। सारी रात पुलिस प्रशासन के नाक में दम किये रखा। पुलिस और सीआरपीएफ जवानों को वो अपनी हरकतों से नचाता रहा। एसपी को भी गोली मारने की धमकी देता रहा। घंटों के ऑपरेशन के बाद पुलिस ने गुरूवार को उसे पकड़ने में सफलता पाई।
Lohardaga: इंसास रायफ़ल और 100 राउंड गोलियों के साथ पुलिस के जवान ने खुद को किया घर में बंद, पहले ASI को मारी गोली फिर बीवी बच्चों के सामने करता रहा फ़ायरिंग, कई पुलिसकर्मी भी है फंसे, SP आवास के पीछे की घटना
10 घंटे से ज्यादा की मशक्त के बाद पकड़ में आया हत्यारा पुलिस जवान
दरअसल, रांची के सोनाहातू थानाक्षेत्र के बिरडीह गांव के रहने वाले पुलिस जवान आनंद सिंह मुंडा एसपी आवास के पीछे एक मकान में रहता था। आनंद सिंह ने साढ़े 10 घंटे के बाद सरेंडर कर दिया। आनंद सिंह रात भर पुलिस और सीआरपीएफ की टीम को नचाता रहा। आनंद सिंह ने बोकारो के रहने वाले सहायक अवर निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह को गोली मारी थी। उससे धर्मेंद्र सिंह की मौत हो गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। घटनास्थल पर धर्मेंद्र सिंह के परिवार के सदस्य रात में ही पहुंच गए। कहा जा रहा है कि पुलिस का जवान आनंद मानसिक रूप से बीमार है। वह लोहरदगा के एसपी कोठी के पीछे एक किराए के मकान में रहता था। कुछ दिन पहले ही उसकी बेटी, बेटा और पत्नी गर्मी की छुट्टी में आए हुए थे। इस दौरान आनंद सिंह मुंडा गिरिडीह, दुमका, बोकारो, लोहरदगा में चुनाव ड्यूटी में गया हुआ था। जहां से वह वापस लौटा था। उसमें अपनी सर्विस राइफल भी जमा नहीं किया था। वह मानसिक रूप से काफी ज्यादा बीमार हो गया था। बुधवार की रात लगभग 9.00 बजे उसने अपने पत्नी और बच्चों को घर में बंद कर दिया था। जिसके बाद उसकी पत्नी ने इस बिल्डिंग में रहने वाले अन्य पुलिसकर्मियों को जानकारी देते हुए उन्हें बाहर निकालने का अनुरोध किया। जब धर्मेंद्र सिंह और अन्य पुलिसकर्मी वहां पर उसकी पत्नी को निकाल रहे थे, तभी पुलिस के जवान आनंद सिंह ने धर्मेंद्र सिंह को गोली मार दी। जिससे अत्याधिक खून बहने के कारण मौके पर ही धर्मेंद्र सिंह की मौत हो गई थी इसके बाद रात भर पुलिस का जवान वहीं पर अपने कमरे में बंदूक लेकर घूमता रहा। वहीं पर धर्मेंद्र सिंह का शव पड़ा हुआ था। रात भर खुद एसपी और सीआरपीएफ कमांडेंट पुलिस के जवान को कमरे से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे। यहां तक की पुलिस के जवान से वीडियो कॉल में भी बात की गई। उसने साफ कह दिया था कि कोई भी अंदर आया तो उसे एक वह गोली मार देगा। इसके बाद रात भर पुलिस की टीम उस जवान को सरेंडर करने को लेकर परेशान रही। गुरुवार की सुबह काफी प्रयास के बाद पुलिस के जवान ने सरेंडर किया। जिसके बाद खुद एसपी पुलिस के जवान को सुरक्षित बाहर लेकर आए। साथ ही सहायक अवर निरीक्षक के शव को भी बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।