लोहरदगा: भंडरा थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने पांच नामजद और 8 से 10 अज्ञात लोगों पर मारपीट का मामला दर्ज कराया है। इसके साथ ही पुलिस जवान की राइफल लूटने की कोशिश का भी भंडरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
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भंडरा थाना प्रभारी ने दर्ज कराये गए प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि चट्टी साप्ताहिक बुधवार बाजार टांड में सड़क जाम हटाने वो अपने थाने के संतोष राय के साथ पहुंचे तो अपराधियों ने उनपर जानलेवा हमला कर दिया। मारपीट करने के साथ राइफल लूटने की भी कोशिश की गई। प्राथमिकी में कहा कि साप्ताहिक बाजार के दौरान सड़क पर बाजार लगने से जाम की स्थिति हो गई थी, स्थानीय लोगों ने भंडरा पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद थाना प्रभारी निजी चालक कुदूस अंसारी और पुलिस जवान संतोष राय के साथ बाजार पहुंचे। इसके बाद रांची के खुखरा गांव के रहने वाले शिवा कुमार सिंह ने दुकान नहीं हटाने की बात कहते हुए थाना प्रभारी से मारपीट शुरू कर दी। पुलिस जवान संतोष राय ने पुलिस जीप में शिवा को डाला, उसके बाद शिवा ने आवाज लगाकर 10 से 15 लोगों को बुला लिया, जिसने पुलिस जवान की राइफल छीनने की कोशिशि की। इसके बाद शिवा पुलिस गाड़ी से कुदकर फरार हो गया।
इस पूरे घटनाक्रम में थाना प्रभारी की कार्यशौली पर भी सवाल उठ रहे है। बताया जाता है कि चट्टी साप्ताहिक बाजार में हब्बा डब्बा जुआ का अवैध धंधा बड़े पैमाने पर होता है। इसमें लोहरदगा ही नहीं सिमडेगा, गुमला, रांची के भी लोग शामिल होते है। पुलिस को बाजार में जाम या किसी ऐसी गतिविधियों की जानकारी मिली तो बिना तैयारी के थाना प्रभारी वहां पहुंच गए। जहां ऐसी गतिविधियां होती है वहां ज्यादा पुलिस बल के साथ जाना होता है ताकि कोई विपरीत स्थिति या अव्यवस्था की स्थिति हो तो उससे निपटा जा सके। लेकिन थाना प्रभारी सिर्फ एक पुलिस जवान लेकर वहां पहुंच गए। थाना प्रभारी के साप्ताहिक बाजार में आना के बाद अफरातफरी मच गई। इस बाजार में हब्बा डब्बा जुआ को लेकर पुलिस को भी जानकारी होती थी लेकिन इस बार पुलिस के आने के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है।