नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर पर तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूरी जानकारी दी । DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस कॉन्फेंस में जानकारी दी कि 9 आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे लक्ष्य शामिल थे, जो IC814 के हाईजैक और पुलवामा ब्लास्ट में शामिल थे। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा का भी उल्लंघन किया गया और हमारे दुश्मन की अनिश्चित और घबराई हुई प्रतिक्रिया, दुर्भाग्यवश बड़ी संख्या में नागरिकों, बसे हुए गांवों और गुरुद्वारों जैसे धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर की गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। भारतीय वायुसेना ने इन हमलों में अहम भूमिका निभाई और इनमें से कुछ शिविरों पर हमला किया तथा भारतीय नौसेना ने सटीक हथियारों के मामले में साधन उपलब्ध कराए
एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, “…यह निर्णय लिया गया कि जहां चोट पहुंचे, वहां हमला किया जाए और इस दिशा में एक त्वरित, समन्वित, सुनियोजित हमले में हमने पूरे पश्चिमी मोर्चे पर इसके वायु ठिकानों, कमांड सेंटरों, सैन्य बुनियादी ढांचे, वायु रक्षा प्रणालियों को नष्ट कर दिया। हमने जिन ठिकानों पर हमला किया, उनमें चकलाला, रफीक, रहीम यार खान शामिल हैं, जिससे यह स्पष्ट संदेश गया कि आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके बाद सरगोधा, भुलारी और जैकोबाबाद पर हमले किए गए…हमारे पास इन ठिकानों और अन्य जगहों पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है…”
एयर मार्शल ए के भारती ने ये भी जानकारी दी कि हमारे सभी पायलट सुरक्षित लौटे हैं । हम अपने मकसद में कामयाब हुए ।
22 अप्रैल को पहलगाम में किस तरह 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। ऑपरेशन सिंदूर को स्पष्ट तौर से आतंक और आतंवादियों के इन्फ्रास्ट्क्चर को खत्म करने के लिए तैयार किया गया है । हमने पाकिस्तान के आतंक ठिकानों और उन पर हमला किया। ।
मुरिदके में अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई है । पाकिस्तान ने गुरुद्वारा और मदरसा पर हमला किया । भारतीय एयरफोर्स ने स्ट्राइक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
एयर मार्शल एक भारती ने बताया कि- हमारे पास कोई विकल्प नहीं था । हमने टारगेट को बहुत सावधानी से सलेक्ट किया । ये टारगेट मुरिदके और बहवालपुर में कुख्यात ट्रेनिंग कैंप थे ।

मुरिदके में आतंकवादियों का अड्डा पर हवाई अटैक
एयर मार्शल एक भारती ने बवाहलपुर ट्रेनिंग कैंप में एयरफोर्स ने आतंकियों के अड्डे को किस तरह अटैक किया ये दिखाया । हमारे और उनमें अंतर ये था कि हमने सिविलियन इलाके में हमला नहीं किया ।
नौ सेना की ओर वाइस एडमिरल ने बताया कि हमारे युद्धपोतों के कराची के पास पहुंचने के बाद पाकिस्तान बचाव की मुद्रा में आ गया था
इससे पहले भारत-पाकिस्तान के बीच जारी सीजफायर के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि सेना का ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा। इसी बीच ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेना के प्रमुख को कहा था कि वहां से गोली चलेगी यहां से गोला चलेगा। पीएम मोदी का निर्देश ही पाक एयरबेस पर हमले का टर्निंग प्वाइंट था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो भारत भीषण पलटवार करेगा।
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भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर तीनों लक्ष्य हासिल किए
1. सैन्य उद्देश्य- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था ‘मिट्टी में मिला देंगे, बहावलपुर, मुरीदके और मुजफ्फराबाद कैंप को मिट्टी में मिला दिया।’
2. राजनीतिक उद्देश्य- सिंधु जल संधि सीमा पार आतंकवाद से जुड़ी है। जब तक सीमा पार से आतंकवाद बंद नहीं होता, तब तक यह स्थगित रहेगी।
3. मनोवैज्ञानिक उद्देश्य- ‘घुस कर मारेंगे’, हमने उनके दिल में गहरी चोट पहुंचाई। हम बहुत सफल रहे।