पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की केंद्र सरकार के फैसले की सभी ओर से सराहना और स्वागत हो रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद अब RJD अध्यक्ष लालू यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी सरकार के फैसले पर खुशी जाहिर की है। बिहार की राजनीति खासकर पिछड़ों की राजनीति के दृष्टिकोण से मोदी सरकार का ये फैसला मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है।
लालू यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि मेरे राजनीतिक और वैचारिक गुरु स्व॰ कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न अब से बहुत पहले मिलना चाहिए था। हमने सदन से लेकर सड़क तक ये आवाज़ उठायी लेकिन केंद्र सरकार तब जागी जब सामाजिक सरोकार की मौजूदा #बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना करवाई और आरक्षण का दायरा बहुजन हितार्थ बढ़ाया। डर ही सही राजनीति को दलित बहुजन सरोकार पर आना ही होगा।
वही उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष समारोह में मैने ये मांग प्रधानमंत्री से की थी। उन्होने आगे लिखा कि वंचित, उपेक्षित, उत्पीड़ित और उपहासित वर्गों के पैरोकार, महान समाजवादी नेता एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व॰ कर्पूरी ठाकुर जी को ‘भारत रत्न’ देने की हमारी दशकों पुरानी मांग पूरी होने पर अपार खुशी हो रही है। इसके लिए केंद्र सरकार को साधुवाद।
इसके साथ ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा -बिहार के महान सपूत जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को मरणोपरांत घोषित भारत रत्न से हर बिहारी को गर्व तो है ही साथ ही ये ‘सामाजिक न्याय’ के विचार की जीत है कि जिन्होंने उन्हें गालियाँ दी, उन्हें भी आज नतमस्तक होना पड़ा।