पटना : जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे की खबर बस मीडिया और नेताओं की बयानबाजी तक ही सीमित रहा। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी का बयान बता रहा है कि ललन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देने वाले है। मीडिया से बात करने के दौरान उन्होने कहा कि वह इस्तीफा क्यों देंगे,नीतीश कुमार, ललन सिंह और मै पिछले 48 साल से साथ है।
केसी त्यागी ने कहा कि ललन सिंह की अध्यक्षता में आज भी राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक हुई है, कल साढ़े 11 बजे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। ललन सिंह जेडीयू अध्यक्ष का पद नहीं छोड़ेंगे और न ही वो बीजेपी में जाएंगे। उन्होने कहा कि सब झूठ फैलाया जा रहा है, ये बातें पूरी तरह से भ्रामक है।
गुरूवार को हुई जेडीयू पदाधिकारियों की बैठक में कई नेता पहुंचे ही नहीं। पटना से दिल्ली जाने वाली तेजस राजधानी एक्सप्रेस के लेट होने की वजह से कई पदाधिकारी बैठक में शामिल नहीं हो पाए,बैठक में करीब 14 पदाधिकारी ही शामिल हो पाए। गुरूवार हुई बैठक की औपचारिकता ऐसे समझी जा सकती है कि केवल 20 मिनट तक ये बैठक चली और खत्म हो गई। उसके बाद मीडिया में केसी त्यागी ने आकर ललन सिंह के इस्तीफे का खंडन कर दिया।
ललन सिंह के इस्तीफे की खबर स्क्रीप्टेड
नीतीश कुमार की कार्यशैली को नजदीक से जानने वाले बताते है कि वो समय-समय पर सत्ता और पार्टी में चेक बैलेंस करते रहते है। जब वो बीजेपी के साथ सरकार में रहते है तो अपने कुछ नेताओं और प्रवक्ताओं से बयान दिलवाकर वो सहयोगी पार्टी को साधते रहते है और उसे नियंत्रण से बाहर नहीं जाने देते। ठीक वैसे ही वो आरजेडी के साथ जब सत्ता में साझीदार होते तो अपने नेताओं के माध्यम से करते रहते है। ये उनकी कार्यप्रणाली का हिस्सा है। ऐसा वो मीडिया के एक वर्ग में अपनी बात कहवाकर अपने नेताओं और कथित सूत्र के माध्यम से करते रहते है। ऐसे नेता जो मीडिया तक पार्टी की खबरें पहुंचाते है उनतक ऐसी खबरें प्लांट कर वो माहौल को भांपते रहते है, शायद इसलिए 20 सालों से ज्यादा समय से वो बिहार की राजनीति के चाणक्य माने जाते है।
ललन सिंह को लेकर भी उन्होने अपने ऐसे ही हथियार का इस्तेमाल कर ललन सिंह और तेजस्वी यादव दोनों को साधने की कोशिश है। ऐसा कहा जाने लगा था कि ललन सिंह आरजेडी के ज्यादा नजदीक चले गए है इसलिए उनको बैलेंस करने के लिए नीतीश ने ऐसे खबरों को हवा दिलवाई। ऐसा वो आरसीपी सिंह और शरद यादव के साथ भी करते रहते थे जब वो पार्टी के अध्यक्ष थे। शरद जब लालू यादव के नजदीक गए उन्हे पार्टी अध्यक्ष पद से हटा दिया, आरसीपी जब बीजेपी के करीब गए उन्हे राज्यसभा नहीं जाने दिया। ललन सिंह के साथ भी वो ऐसा ही एक दांव खेल रहे थे। मीडिया में पिछले एक हफ्ते से ये खबर गर्म हो रही थी कि ललन सिंह अध्यक्ष पद छोड़ेंगे और नीतीश कुमार फिर से अध्यक्ष बनेंगे। ऐसा कर वो ललन सिंह पर प्रेशर बना रहे थे जिसमें उन्हे सफलता भी मिली। नीतीश कुमार के दिल्ली पहुंचते ही सबसे पहले ललन सिंह उनसे मिलने पहुंचे दोनों के बीच बंद कमरें में काफी देर तक वन टू वन बात हुई और इस पूरी कहानी के द इंड का स्क्रीप्ट तैयार हो गया और केसी त्यागी ने बाहर आकर जो बयान दिया उसने इस फिल्म का क्लाइमेक्स बता दिया।