रांची : मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में शिबू सोरेन की बड़ी बहू और जामा से जेएमएम विधायक सीता सोरेन गैर हाजिर थी। सत्ता पक्ष की बैठक में उनकी गैरमौजूदगी को लेकर कई तरह की चर्चाएं हुई। जेएमएम के केंद्रीय अध्यक्ष सुप्रियो भट्टाचार्य की ओर से कहा गया कि सीता सोरेन अपने निजी कार्य से दिल्ली में है।
इसी बीच एक मीडिया हाउस ने सीता सोरेन से टेलीफोन के माध्यम से इंटरव्यू किया। उस टेलीफोनिक इंटरव्यू में सीता सोरेन ने राज्य के वर्तमान हालात को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं दी। सीता सोरेन ने कहा कि अगर उनके देवर हेमंत सोरेन कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाते है तो वो इस निर्णय को स्वीकार नहीं करेंगी।
अपने इंटव्यू में सीता सोरेन ने कहा कि इस पार्टी को खड़ा करने में गुरू जी के साथ उनके पति दुर्गा सोरेन ने कंधे से कंधा मिलाकर काम किया, उनके संघर्ष के साथ मै हमेशा खड़ी रही। दो छोटी बच्चियों को मैने बड़े तकलीफ से पाला है, ये मै जानती हूं। इसी बीच पति दुर्गा सोरेन की मृत्यु हो गई, उस हालत में मैने न जाने कितने त्याग किये।
कल्पना सोरेन का सीएम पद के लिए संभावित उम्मीदवार के सवाल पर उन्होने कहा कि अगर मै राजनीति में नहीं होती, तो हक नहीं जताती। 2019 में मुझे लगा था कि सम्मान मिलेगा लेकिन नहीं मिला, हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बन गए मैने स्वीकार कर लिया। लेकिन उनकी पत्नी को स्वीकार नहीं करूंगी क्योकि वो राजनीति में नहीं है। अगर हेमंत सोरेन को अपने बड़े भाई की बेटी से प्यार है तो पिता के तौर पर उसे आशीर्वाद दें, और उसको मुख्यमंत्री बना दें। सीता सोरेन से जब विधायकों के समर्थन होने के बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा कि ऐसे बहुत सारे विधायक है जो दिल से मेरे सपोर्ट में है, लेकिन परिस्थिति ऐसी बना दी गई है कि वो खुलकर मेरे सपोर्ट में नहीं आते।