रांची: विश्व आदिवासी दिवस पर बिरसा मुंडा आदिवासी उद्यान में हो रहे दो दिवसीय झारखंड आदिवासी महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने पूरे कार्यक्रम का एक साथ बैठकर लुफ्त उठाया। राजनीतिक गहमागहमी से दूर दोनों इस दौरान काफी सहज और आनंदमय नजर आये। हल्के फुल्के अंदाज में दोनों ने एक दूसरे के साथ तस्वीरें भी खींचवाई और महोत्सव में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम का मजा भी लिया।
झारखंड आदिवासी महोत्सव का राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन, झारखंडी भाषा में लिखे गए 12 पुस्तकों का किया गया लोकार्पण
इस समारोह का उद्घाटन राज्यपाल संतोष गंगवार ने किया था। राज्यपाल को उद्घाटन कार्यक्रम के बाद विदाई देकर जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन लौट रहे थे तो बिरसा मुंडा आदिवासी उद्यान के गेट पर एक आदिवासी युवक हवाई मिठाई बेच रहा था और आवाज लगा रहा था। मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी की उसपर नजर गई तो मुख्यमंत्री ने खाने की इच्छा जताई। मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन ने हवाई मिठाई खरीदकर हेमंत सोरेन को खिलाया। इस दौरान वहां मौजूद लोग हैरान होकर मुस्कुराने लगे तो मुख्यमंत्री ने कह दिया कि बचपन की याद आ गई।
इससे पहले झारखंड आदिवासी महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें गर्व है कि हमने एक ऐसे धरती पर जन्म लिया, जिसको झारखण्ड ही नाम नहीं बल्कि वीरों की धरती भी कहा जाता है। जहां भगवान बिरसा मुंडा जैसे वीर शहीद हमारे पूर्वजों के रूप में हैं, जिन्होंने यहां के आदिवासियों – मूलवासियों के लिए अपने आप को कुर्बान किया।
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा आदिवासी समाज कैसे आगे बढ़े, इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। इसमें आम नागरिक के तौर पर आपकी भी भूमिका जरूरी है। आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए सरकार कटिबद्ध है। हर समय आपके सामने आपकी सरकार खड़ी है। आपकी मदद के लिए है।