रांची: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर छात्र सोमवार को जेएसएससी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करेंगें। भारी संख्या में छात्रों की हुजूम सड़क मार्ग से रांची पहुंच चुका है। ये सभी छात्र परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े है। हालांकि आयोग की ओर से इसकी जांच को लेकर समिति बनाई गई है और आयोग का कहना है कि जांच प्रगति पर है छात्राओं को उकसाया नहीं जाए।
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सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत करने वाले अभ्यर्थियों को आयोग ने रविवार को फिर से पत्र लिखा है। आयोग ने एग्जाम फाइटर कोचिंग सेंटर के कुणाल प्रताप सिंह, अभ्यर्थी आशीष कुमार, प्रकाश कुमार, रामचंद्र मंडल, विनय कुमार व प्रेमलाल ठाकुर से सहयोग करने को कहा है। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा इस सबंध में पत्र जारी कर कहा है कि शिकायतकर्ता 30 सितंबर की दोपहर तीन बजे आयोग कार्यालय में साक्ष्य के साथ उपस्थित हो ताकि जांच की कार्रवाई पूर्ण की जा सके। वहीं आयोग ने परीक्षा रद्द करने को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा किये जाने वाले प्रदर्शन को गलत बताया है। आयोग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि जांच प्रक्रिया पूरी किये बिना आयोग कार्यालय के समक्ष भारी संख्या में छात्रों की जमा कराने के पीछे निहित मंशा व उद्देश्य क्या है। आयोग ने पूछा है कि क्या इसके लिए सक्षम स्तर से अनुमति ली गयी है। इसमें अगर विधि व्यवस्था भंग होती है तो इसें क्यों न अवैध मानते हुए इसकी जवाबदेही आप लोगों पर सुनिश्चित की जायें।
इससे पहले 26 सितंबर को प्रदर्शन के बाद अभ्यर्थियों द्वारा आयोग को पेपर लीक, प्रश्न पत्र रिपीट समेत अन्य गड़बड़ी मामले में एक सीडी, एक पेन ड्राइव और 54 पेज का डॉक्यूमेंट दिया है। आयोग का कहना है कि दिए गए साक्ष्य में सीडी ब्लैंक है। इसलिए सोमवार को साक्ष्य देने के लिए पांच अभ्यर्थियों को आयोग कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है।