रांची : दिल्ली में कांग्रेस और जेएमएम के नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव के दौरान सीटों के तालमेल पर चर्चा हुई। इस बैठक में कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा और किस सीट पर किस पार्टी की दावेदारी मजबूत है इसपर चर्चा की गई। इस बैठक में जेएमएम की ओर से पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष और मंत्री चंपई सोरेन, केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद पांडे और विधायक सुदिव्य कुमार सोनू शामिल हुए थे। वही कांग्रेस की ओर से इस बैठक में झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, केंद्रीय महासचिव मुकुल वासनिक, सलमान खुर्शीद, अशोक गहलौत और मोहन प्रकाश शामिल हुए थे।
बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग पर चर्चा हुई। कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा और किस किस सीट पर इस बात पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है। जेएमएम के सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि जेएमएम पिछले लोकसभा चुनाव से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वही कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि बैठक काफी सकारात्मक रही है, सीटों की घोषणा सभी दलों से बातचीत होने के बाद भी होगी। उन्होने कहा कि एक हफ्ते बाद भी बैठक होगी उसमें आगे फैसला लिया जाएगा।
2019 के चुनाव में कांग्रेस को 9 सीट और जेएमएम को 5 सीट चुनाव लड़ने के लिए दिया गया था। कांग्रेस ने अपने कोटे से दो सीट जेवीएम को दी थी और जेएमएम ने अपने कोटे से एक सीट आरजेडी को दी थी। बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम का अस्तित्व अब खत्म हो चुका है, वही आरजेडी के साथ साथ वाम दल और जेडीयू भी झारखंड में दावेदारी कर रही है। इस बैठक में अभी ये तय नहीं हुआ है कि वाम दल और जेडीयू की दावेदारी को कैसे एडजस्ट किया जाएगा। ऐसे माना ये जा रहा है कि एक सीट जेडीयू और एक सीट वाम दल को विपक्षी एकता बनाये रखने के लिए दिया जा सकता है। इस बीच जेएमएम का पिछले चुनाव से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी सीट बंटवारे के मामले को आगे बढ़ा सकता है। अगले सप्ताह होने वाली बैठक में इस बिंदुओं पर भी चर्चा हो सकती है।