रांची: झारखंड उद्योग महासंघ (CII) द्वारा आयोजित *झारखंड इंडस्ट्री कार्निवल 2025* राज्य के औद्योगिक विकास के लिए एक ऐतिहासिक अवसर साबित हुआ। इस वर्ष का मुख्य विषय *”टेक्नोवेट, सस्टेन और सेफगार्ड: कल के उद्योगों का निर्माण”* रहा, जिसमें *तकनीकी नवाचार, सतत विकास और औद्योगिक सुरक्षा* को प्राथमिकता दी गई। इस आयोजन ने MSME क्षेत्र, रक्षा उत्पादन, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और इंडस्ट्री 4.0 के तहत डिजिटल बदलाव पर खास जोर दिया।
## *MSME के विकास को मिली नई दिशा*
कार्यक्रम में *श्री इंद्रजीत यादव, IEDS, MSME विकास एवं सुविधा कार्यालय, रांची (भारत सरकार) ने कहा कि **MSME सेक्टर* को बाजार तक पहुंच बनाने में सबसे अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि *2015 से लागू सार्वजनिक खरीद नीति (Public Procurement Policy)* इस समस्या के समाधान में मदद कर रही है। इंडस्ट्री कार्निवल जैसे आयोजन *रक्षा, रेलवे और अन्य क्षेत्रों* में MSMEs के लिए नए व्यापारिक अवसर खोल सकते हैं।
—
## *MSME से भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में मजबूती*
CII पूर्वी क्षेत्र के पूर्व चेयरमैन *रियर एडमिरल (सेवानिवृत्त) अनिल कुमार वर्मा* ने कहा कि भारत की वैश्विक जीडीपी हिस्सेदारी *14वीं-15वीं शताब्दी में 25% थी, जो अब मात्र 3% रह गई है।* उन्होंने कहा कि MSME सेक्टर को मजबूत करके हम इस गिरावट को रोक सकते हैं। *दशक भर में भारत का रक्षा उत्पादन 500% बढ़ा है*, जो ₹30,000 करोड़ से ₹1.5 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। यह वृद्धि MSMEs के लिए अपार अवसर लेकर आई है।
## *झारखंड: भारत का अगला औद्योगिक हब*
CII झारखंड स्टेट काउंसिल के चेयरमैन *श्री रणजोत सिंह* ने बताया कि *झारखंड की औद्योगिक सफलता का केंद्र जमशेदपुर है, जहां स्टील, ऑटोमोबाइल और भारी इंजीनियरिंग के क्षेत्र तेजी से बढ़ रहे हैं।* उन्होंने बताया कि *सरायकेला-खरसावां और आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र* सरकार की नई नीतियों और निवेश से एक *बड़े औद्योगिक केंद्र* के रूप में विकसित हो रहे हैं।
## *MSME क्षेत्र की असीम संभावनाएं*
CII पूर्वी क्षेत्र MSME उपसमिति के चेयरमैन *श्री संजय सभरवाल* ने बताया कि *भारत में 6.5 करोड़ MSMEs हैं, जो 21 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं।* झारखंड में MSME क्षेत्र की असीम संभावनाएं हैं और सरकार *विकसित भारत 2047* के लक्ष्य के तहत इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में काम कर रही है।
## *इंडस्ट्री 4.0 और ऑटोमेशन का बढ़ता प्रभाव*
CII झारखंड स्टेट काउंसिल के उपाध्यक्ष *श्री ऋतुराज सिन्हा* ने औद्योगिक नवाचार, सतत विकास और सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि *AI, ऑटोमेशन और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर* तेजी से उद्योगों का रूप बदल रहे हैं, जिससे *सुरक्षा मानकों और परिचालन दक्षता* में बढ़ोतरी हो रही है।
## *तकनीक और स्थिरता से होगा उद्योगों का विकास*
CII झारखंड MSME पैनल के सह-संयोजक *श्री रोहित गोयल* ने कहा कि भारत का औद्योगिक क्षेत्र *तकनीकी नवाचार और सतत विकास* की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने *इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग और इंडस्ट्री 4.0* को इस परिवर्तन के प्रमुख कारक के रूप में चिन्हित किया, जिससे *भारत को विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की ओर ले जाने में मदद मिलेगी।*
## *व्यापार और भागीदारी को मिला बढ़ावा*
इस *CII झारखंड इंडस्ट्री कार्निवल* में *150 से अधिक प्रतिनिधियों और 25 से अधिक प्रदर्शकों* ने भाग लिया। इस आयोजन ने झारखंड के *व्यापार अनुकूल माहौल और औद्योगिक विकास* को रेखांकित किया।
झारखंड इंडस्ट्री कार्निवल 2025 जैसे आयोजन न केवल राज्य की औद्योगिक संभावनाओं को उजागर करते हैं, बल्कि *व्यावसायिक भागीदारी और रणनीतिक सहयोग* को भी बढ़ावा देते हैं, जिससे झारखंड *भारत का अगला औद्योगिक हब* बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सके।
### *निष्कर्ष*
CII झारखंड इंडस्ट्री कार्निवल 2025 ने साबित किया कि झारखंड में *औद्योगिक परिवर्तन, MSME सशक्तिकरण और स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग* का भविष्य उज्ज्वल है। यह आयोजन सरकार, उद्योग जगत और स्टार्टअप्स के बीच *सहयोग और नवाचार* को बढ़ावा देकर झारखंड को *एक प्रगतिशील और समृद्ध औद्योगिक राज्य* बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित हुआ।