रांची: चंपाई सोरेन सरकार का कैबिनेट विस्तार जल्द होने जा रहा है। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने बिरसा मुंडा जेल जाकर मुलाकात की थी। दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद मंत्री पद को लेकर सहमति बन गई है। इस बार 12वें मंत्री के कोटा को भी भरा जाएगा। 12वें मंत्री के लिए कांग्रेस और जेएमएम में टकराव की स्थ्तिि बन गई थी, दोनों पार्टियां इसको लेकर अपना दावा कर रही थी, इसलिए चंपाई सोरेन के शपथग्रहण के दौरान 12वें मंत्री के रूप में बैद्यनाथ राम को अंतिम समय में ड्राप कर दिया गया था। मंत्री नहीं बनाये जाने के बाद बैद्यनाथ राम नाराज हो गए थे और इस मामले में मुख्यमंत्री ने खुद पहल करते हुए बैद्यनाथ राम को मनाया था और आगे उन्हे कैबिनेट में जगह देने का आश्वासन दिया था।
चंपाई सोरेन सरकार के कैबिनेट विस्तार में किसे जगह मिलेगी और कौन ड्राप होगा उसको लेकर आज फैसला हो जाने की उम्मीद है। कांग्रेस में कौन मंत्री बनेगा और किसे बाहर किया जाएगा इसपर केसी वेणुगोपाल के साथ प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के बीच होने वाली बैठक में फैसला हो जाएगा। टेंडर घोटाले में गिरफ्तार हुए आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद हो रहे मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस की ओर से इरफान अंसारी और दीपिका पांडे का नाम आगे चल रहा है। माना जा रहा है कि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का रिपोर्टकार्ड सही नहीं पाया गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है और न ही उनकी कोई विशेष सक्रियता रही चुनाव प्रचार के दौरान, इसलिए उनके मंत्री बने रहने पर संकट मंडरा रहा है। अंदरखाने चर्चा है कि उन्हे ड्राप किया जा सकता है और उनकी जगह दीपिका पांडे सिंह को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। जातिगत समीकरण और महिला विधायक होने के वजह से दीपिका पांडे का पलरा भारी नजर आ रहा है। वही इरफान अंसारी आलमगीर आलम के बाद एकमात्र मुस्लिम विधायक है इसलिए उन्हे आलमगीर की जगह मंत्री बनाया जा सकता है। सोमवार को झारखंड कांग्रेस की दिल्ली में हुई बैठक के दौरान भी राहुल गांधी ने दो टूक अपने मंत्रियों को कह दिया था कि पहले आप एमएलए है तब आपको मंत्री बनाया गया है, संगठन ने आपको मंत्री का जिम्मा दिया है, संगठन को देखे, उसकी मदद करें, संगठन के साथ सबको चलना होगा। राहुल ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा था कि अगर कोई पार्टी लाइन से बाहर चलता है तो उन्हे हटाये, चाहे कोई भी बड़ा नेता हो कार्रवाई करें। बादल पत्रलेख के पत्ता कटने के पीछे भी संगठन के प्रति उनके उदासीनता को माना जा रहा है।
वही जेएमएम 12वें मंत्री का कोटा अपने पास रखना चाहता है। हेमंत सोरेन और गुलाम अहमद मीर के बीच हुई मुलाकात में इसपर सहमति बन गई है। लातेहार से विद्यायक बैद्यनाथ राम को चंपाई कैबिनेट में जगह दिये जाने को लेकर सहमति बनने की बात कही जा रही है। चंपाई सोरेन के शपथग्रहण के समय उन्हे अंतिम समय में कांग्रेस-जेएमएम में सहमति नहीं बनने की वजह से ड्राप कर दिया गया था लेकिन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हे कैबिनेट में जगह दी जा रही है। चुनाव में जाने से पहले सरकार तमाम जातीय समीकरण को साध लेना चाह रही है।