गढ़वाः विकास चौधरी के घर मातम है । दो मासूम बच्चे पापा को अब कभी नहीं देख पाएंगें, माँ-बाप की एकलौती संतान लापरवाही की भेंट चढ़ गई । पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है , समझ नहीं आ रहा है कि दो मासूमों को कैसे समझाए कि उनके सिर से पिता का साया छीन चुका है । गढ़वा नगर परिषद के लिए डोर डू डोर कचरा उठाने वाली कंपनी आकांक्षा में काम करने वाले इंचार्ज विकास चौधरी की मौत से पूरा शहर सदमे में है । नई कॉप्पेक्टर मशीन की ट्रायल हो रही थी जिसके दौरान यह हादसा हुआ । इतना ही नहीं शव से सोने की चेन चोरी हो गई । खबर शर्मसार करने और लापरवाही की हद की है । नगर परिषद द्वारा मशीन की टेस्टिंग की जा रही थी की अचानक कम्पक्टिंग मशीन के नीचे कचरा की जगह इंजीनयिर विकास चौधरी आ गए , मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद ज़ब उसके शव को सदर अस्पताल लाया गया तो यंहा भी लापरवाही देखने को तब मिली ज़ब मृतक के गले से किसी ने सोने की चेन चोरी कर ली । इस संबंध मे नगर परिषद के के कार्यापालक पदाधिकारी ने बताया की कूड़ा उठाने के लिए एक नई मशीन मंगवाई गईगई थी आउट सोर्सिंग के इंचार्ज द्वारा ड्राइवर और कर्मियों को इसकी जानकारी दी जा रही थी इसी बीच माशीन के चपेट मे आ गया जिससे उसकी मौत हो गई।
बड़ा सवाल यह कि इस हादसे का गुनहगार कौन , निजी कंपनी की ही जिम्मेदारी है या फिर नगर परिषद इसकी जांच होनी चाहिए। बड़ा सवाल यह कि इस परिवार की देखभाल कौन करेगा, कौन इन मासूम बच्चों की परवरिश करेगा और कौन विकास चौधरी के बुजुर्ग मां-बाप की देखभाल करेगा ।