डेस्क: COVID-19 का कहर खत्म हुए तीन साल से ज्यादा बीत चुके हैं लेकिन इसकी कहानियां आज भी जिंदा है । ऐसी ही जिंदा कहानी जब तीन बच्चों के तौर पर चार साल बाद घर से निकली तो दिल दहल गया । बच्चे गहरी-गहरी सांसे लेने लगे और दौड़ कर घास छूने लगे । जी हां यकीन नहीं करेंगे दुनिया में ऐसे भी मां-बाप हैं जिन्होंने अपने तीन बच्चों को चार साल से न सिर्फ घर में कैद कर रखा था बल्कि घर में भी मास्क लगाने के लिए मजबूर करते थे ।
4 साल से घर से बाहर नहीं निकले तीन बच्चे
जरा सोचिए तीन बच्चों के जेहन पर क्या गुजर रही होगी । ना स्कूल, ना दोस्त और ना ही घर के बाहर लॉन तक जा सकते थे । घर के अंदर बंद खिड़कियों और दरवाजों के साथ इन बच्चों ने कैसी जिंदगी गुजारी होगी सोच कर भी रुह कांप जाता है । यह खबर है स्पेन के एक शहर ओवीएदो की जहां जहां तीन बच्चों — दो 8 साल के जुड़वां और एक 10 साल के बच्चे — को करीब चार साल बाद एक ‘हॉरर हाउस’ से बाहर निकाला गया, जहां उन्हें COVID-19 महामारी के बाद भी लॉकडाउन जैसी स्थिति में कैद रखा गया था।

2021 से घर में कैद थे बच्चे
स्पेन की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2021 से इन बच्चों को घर के अंदर ही बंद रखा गया था, और उन्हें लगातार मास्क पहनने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने बताया कि जब बच्चों को बाहर निकाला गया, तो उन्होंने गहरी सांसें लीं — जैसे उन्होंने पहले कभी ताजी हवा महसूस ही न की हो। एक पुलिसकर्मी ने कहा कि “जैसे ही हमने बच्चों को बाहर निकाला, वे घास को छूने दौड़े, सूरज की रोशनी देख चकित हो गए।”
हॉरर हाउस के माता-पिता पर होगी कार्रवाई
बच्चों के माता-पिता, जिनमें एक 48 वर्षीय जर्मन-अमेरिकी महिला और 53 वर्षीय जर्मन पुरुष शामिल हैं, को घरेलू हिंसा और बच्चों की उपेक्षा के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों ‘COVID सिंड्रोम’ से ग्रस्त थे और उन्होंने पूरे परिवार को सालों तक लॉकडाउन जैसी पाबंदियों में रखा।

बच्चों को स्कूल नहीं जाने दिया जा रहा था
बताया जा रहा है कि बच्चे स्कूल तक नहीं जा रहे थे । पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। बच्चे कुपोषित नहीं थे, लेकिन बेहद गंदे, सामाजिक रूप से कटे हुए और मानसिक रूप से आहत थे । जब उन्हें बगीचे में ले जाया गया, तो एक घोंघा देखकर वे उछल पड़े, जैसे उन्होंने पहले कभी ऐसा जीव न देखा हो।
घर में राक्षसों की तस्वीरें फैली हुई थीं
जब पुलिस इस स्पेन ओवीएदो के इस घर में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि घर दूसरी मंज़िल तक बंद था, और पूरे घर में कूड़ा और गंदगी फैली थी। बच्चों के बिस्तरों पर राक्षसों और डरावनी तस्वीरें बनी थीं।
10 मीटर ऊँची झाड़ियों से ढका था घर
यह घर 10 मीटर ऊँची झाड़ियों से ढका हुआ था, जिससे कोई भी बाहर से देख नहीं सकता था कि अंदर क्या हो रहा है। पड़ोसियों को भी इसकी जानकारी नहीं थी । तीनों बच्चे स्पेैनिश नहीं बोल पा रहे थे और ना ही जर्मन, अनुवादक बुला कर बच्चों से बातचीत की गई । हांलाकि जब बच्चों को घरों से निकालाय गया तो उन्होंने विरोध नहीं किया और पुलिस से कहा कि इनका ख्याल रखें ये बीमार हैं हांलाकि जांच में तीनों बच्चे सेहतमंद पाए गए ।