दरभंगा: राष्ट्रवाद के नाम पर जिन नेताओं की बेतरनी PM मोदी ने पार कराई उसमें एक दरभंगा से बीजेपी सांसद गोपालजी ठाकुर भी है। 2015 में बेनीपुर विधानसभा सीट से चुनाव चुनाव हारने के बाद हाथ-पैर मारकर और एक दिवंगत हो चुके केंद्रीय मंत्री की कृपा पर बीजेपी का टिकट 2019 लोकसभा चुनाव में हासिल करने वाले गोपालजी ठाकुर को 2024 चुनाव में अपने लिए वोट का जुगाड़ करने में पसीने छूट रहे है।
लोकसभा चुनाव में जहां भी गोपालजी ठाकुर जा रहे है वही से वोटर उनको भगा रहे है। वोटर उनसे पिछले 5 सालों का हिसाब मांग रहे है। कई जगहों पर तो वो पिछले पांच सालों में चुनाव जीतने के बाद कभी गए ही नहीं। अब जब फिर चुनावी मौसम आया तो सड़कों पर भरी दोपहर में घूम रहे है। बाइक पर बैठकर गांव जा रहे है तो गांव वाले वहां से नारेबाजी करते हुए उन्हे खदेड़ दे रही है। अपने खिलाफ हो रहे भारी विरोध से बीजेपी उम्मीदवार हताश और परेशान है।
दरभंगा संसदीय क्षेत्र में गोपालजी ठाकुर के विरोध का एक ताजा वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि गोपालजी अपने समर्थकों के साथ हनुमाननगर प्रखंड के गोढ़ियारी गांव वोट मांगने गए थे। इसी दौरान गांव में घुसते ही लोगों ने पहले तो उन्हे काले झंडे दिखाए और फिर मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। गांव में हो रहे भारी विरोध के बाद गोपालजी ठाकुर को उल्टे पैर लौटना पड़ा। विरोध इतना जबदस्त था कि बीजेपी उम्मीदवार बाइक से उतर भी नहीं सके और बैरंग वापस लौटना पड़ा।
दरभंगा एम्स का मामला लटकाने का आरोप
गोपालजी ठाकुर का दरभंगा में विरोध का वीडियो न तो पहला है और न ही आखिरी। लगातार गोपालजी ठाकुर को लेकर विरोध हो रहा है। जहां जिस गांव वो जाते है जनता 5 साल का हिसाब मांगते हुए उन्हे अपने क्षेत्र से खदेड़ दे रही है। इससे पहले गोराबोराम विधानसभा क्षेत्र के मानसरा में भी गोपालजी को ऐसे ही एक विरोध का सामना करना पड़ा था। यही नहीं बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र केब्राह्मण बहुत गांव पंचोभ में भी गोपालजी ठाकुर को लोगों ने घेरकर उनका विरोध किया और खूब खड़ी खोटी सुनाई। अपनी भारी फजीहत के बाद गोपालजी को वहां से भी जाना पड़ा। दरभंगा में एम्स निर्माण का मामला लटकने के लिए भी दरभंगा की जनता गोपालजी ठाकुर के रवैये को ही जिम्मदार मानते है। उनका विरोध कर रहे लोगों को मानना है कि गोपालजी ने दरभंगा में एम्स निर्माण की पहल न करते हुए शोभन स्थित प्रस्तावित एम्स निर्माण स्थल को लो लैंड, बाढ़ग्रस्त इलाका कहकर वहां धरना प्रदर्शन किया और अपने सहयोगियों से मंच गिरवा देने का आरोप भी उनपर लगाया गया। दरभंगा के लोग उनसे 5 सालों का हिसाब मांग रहे है। गोपालजी ठाकुर को कीर्ति आजाद की जगह बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया था लेकिन लोगों का कहना है कि इस दौरान उन्होने दरभंगा के लिए कोई भी विकास का काम नहीं किया। लोगों का तो यहां तक कहना है कि अपने विधानसभा क्षेत्र बेनीपुर में भी उन्होने विकास का कोई काम नहीं किया इसलिए जनता ने उन्हे भारी वोट से 2015 के चुनाव में हरा दिया। लेकिन कृपा और जुगाड़ से टिकट लेकर वो प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर सांसद तो बन गए लेकिन काम कुछ भी नहीं किया। जिस तरह से गोपालजी ठाकुर का दरभंगा में विरोध हो रहा है उससे उनके चुनाव जीत को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हो रही है और आशंकाएं भी जताई जा रही है।