गोड्डा : सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र के डांगापाड़ा में हुए निर्दोष युवक हरि नारायण की हत्या मामले में एसपी ने जांच के लिए एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। इस मामले में एसपी नाथू सिंह के निर्देश पर जमादार राजनाथ यादव के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
निर्दोष को अपराधी समझकर मारी गोली
बुधवार रात पहाड़िया युवक हरि नारायण की सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र के डांगापाड़ा में छापेमारी करने गई पुलिस जमादार राजनाथ यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। एसपी नाथू सिंह मीना ने कहा कि सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण कंपनी से लेवी वसूली के आरोपी बेनडिक हेम्ब्रम की गिरफ्तारी के क्रम में पुलिस बुधवार की शाम छापेमारी करने गई थी। इस दौरान गोली लगने से पहाड़िया युवक हरि नारायण की मौत हो गई। मानवाधिकार आयोग के मापदंडों के अनुसार गोली चलाने वाले जमादार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वही लापरवाही बरतने वाले सुंदरपहाड़ी थाना प्रभारी रामसूरत यादव को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। एसडीपीओ जेपीएन चौधरी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। किस परिस्थिति में गोली चली और कैसे हरिनारायण पहाड़िया को गोली लगी इसका पता लगाने का निर्देश दिया गया है।
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निशिकांत ने की सीबीआई जांच की मांग
इस मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि हरिनारायण गांव के बगल की नदी में शौच कर लौट रहा था, इसी दौरान पुलिस ने उसे बेनडिक समझकर गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। वही पुलिस के मुताबिक उनके पहुंचते ही बेनडिक के घर से एक आदमी भागने लगा, उसे बार-बार रूकने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं रूका तो गोली चला दी गई, गोली बाएं कंधे को छेदते हुए निकल गई। घटना के बाद स्थानीय सांसद विजय हांसदा और बीजेपी के कई नेता मृतक के घर गए और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। इस मामले में देर शाम गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे भी गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया। निशिकांत दुबे ने कहा कि मृतक की एक पत्नी और तीन छोटे बच्चे है उनका सहारा छीन लिया गया है। उन्होन कहा कि जेएमएम और कांग्रेस की सरकार ने निर्दोष आदमी को मार दिया, और पुलिस ने साजिश के तहत उसकी हत्या कर दी। अबतक थाना प्रभारी पर केस नहीं किया गया है। जेल में बंद स्थानीय विधायक पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इशारे पर ये घटना हुई है। मै वोट मांगने नहीं आया क्योकि मै यहां से सांसद नहीं हूं और हो भी नहीं सकता। मै मृतक की पत्नी को नौकरी और बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा लेता हूं। मेरी मांग है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।