गिरिडीह : गांडेय विधानसभा से जेएमएम विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। 31 दिसंबर 2023 को उन्होने इस्तीफा दिया और मीडिया में इसकी जानकारी एक जनवरी की सुबह मिली। सरफराज के इस्तीफे की वजह से गांडेय की सीट खाली हो गई है। इसे लेकर सोमवार को पूरे दिन राजनीतिक गलियारों में कयास और चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
सरफराज ने इस्तीफा क्यों दिया उसपर उनकी चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। इस मामले में सरफराज से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होने इस्तीफे का कारण निजी और पारिवारिक बताया। उन्होने कहा कि ये उनका व्यक्तिगत फैसला है वो किसी दूसरे दल में नहीं जा रहे है, जेएमएम में ही रहकर जनसेवा करते रहेंगे। मै झारखंड मुक्ति मोर्चा का सिपाही हूं और आगे भी रहूंगा।
सरफराज के इस्तीफे के बाद उनके झारखंड कांग्रेस के नये प्रभारी गुलाम अहमद मीर से बेहतर संबंध को लेकर उनके कांग्रेस में वापसी के कयास लगाये जा रहे थे, लेकिन इसपर सरफराज ने ब्रेक लगाते हुए कहा कि उनका किसी से संबंध खराब नहीं है। उन्होने कहा कि विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद संगठन को मजबूत करने की दिशा में कार्य जारी रहेगा।
निशिकांत दुबे के सोशल मीडिया प्लेटफॉम एक्स पर किये गए पोस्ट पर उन्होने कहा कि निशिकांत दुबे तो रविवार को भी चुनाव आयोग का दफ्तर खोलकर सारी फाइल देखते है। उनके बयानबाजी पर मुझे कुछ नहीं कहना, वो ईडी की छापेमारी से लेकर अन्य सारे मामलों में पहले भी इस तरह की भविष्यवाणी करते रहे है। निशिकांत ने पोस्ट कर दावा किया था कि गांडेय की खाली सीट हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन चुनाव लड़ेंगी।