बोकारोः 21 अप्रैल को लालपनिया के लुगू पहाड़ी में हुए नक्सली मुठभेड़ के बाद पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। बोकारो में एनकाउंट के दौरान फरार हुई महिला नक्सली सुनीता मुर्मू उर्फ लीलमुनि मुर्मू ने बोकारो में सरेंडर कर दिया।
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महिला नक्सली सुनीता मुर्मू उर्फ लालमुनि मुर्मू 21 अक्टूबर को हुई मुठभेड़ के बाद से लगातार एक हफ्ते तक जंगल में भटक रही थी। सुनीता ने बताया कि उसे एहसास हुआ कि उसने गलत रास्ता अपना लिया है। वो जंगल में एनकाउंटर के बाद से भटक रही थी। जंगल से किसी तरह बाहर निकलने के बाद वो एसपी से मिलने गई और आत्मसर्पण की इच्छा जताई। सोमवार को सुनीता मुर्मू ने बोकारो पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेरमो, सीआरपीएफ-26 बटालियन के समक्ष सरेंडर कर दिया। सुनीता ने अपने साथियों से भी मुख्य धारा में आने की अपील की।
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21 अप्रैल की सुबह नक्सली मुठभेड़ हुई थी जिसमें जिला पुलिस, झारखंड जगुआर ,सीआरपीएफ तथा कोबरा बटालियन के द्वारा ‘डाका बेड़ा’ अभियान चलाते हुए मुठभेड़ में आठ नक्सलियों को मार गिराया था जिसमें एक करोड़ के इनामी नक्सली विवेक उर्फ प्रयाग मांझी सहित आठ नक्सली का शव बरामद किया गया था,इस मुठभेड़ में बचकर भाग निकले नक्सलियों के विरुद्ध सर्च अभियान चलाया जा रहा था जिसमें एक घायल नक्सली की गिरफ्तारी हुई, वहीं मुठभेड़ के दौरान बचकर भागी महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया।