यूपी के आगरा में अपने सरकारी आवास पर दोस्त के साथ पकड़ी जाने वाली महिला इंस्पेक्टर शैली राणा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। मारपीट की घटना के बाद जब उनका वीडियो वायरल हुआ। लोग इंस्पेक्टर शैली राणा के पक्ष और विपक्ष में कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोगों ने लिखा कि पुलिस के सामने इंस्पेक्टर से मारपीट होती रही इससे ज्यादा शर्मनाक कोई और बात नहीं हो सकती थी।
पुलिस चाहती तो यह मामला इतना तूल नहीं पकड़ता। पति-पत्नी और वो का मामला था। पुलिस को थाने में बैठाकर पंचायत करानी चाहिए थी। वहीं कुछ लोगों ने इंस्पेक्टर शैली राणा के वीडियो के साथ उनकी कुछ रील भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दी हैं। वायरल रील में शैली राणा कॉफी मॉडर्न नजर आ रही हैं। शैली राणा की अलग-अलग फिल्मी गीतों पर बनी रीलें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। शैली राणा की इस रील पर लोग तरह-तरह की टिप्पणी भी करते नजर आ रहे हैं।
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जाने पूरा मामला
रकाबगंज थाना प्रभारी शैली राणा सरकारी आवास पर रहती हैं। शनिवार की शाम मेरठ में तैनात इंस्पेक्टर पवन कुमार उनके घर रुके थे। मेरठ से पवन कुमार की पत्नी अपने भाई, भाभी, भतीजे और बेटे के साथ आई थी। आते ही सभी ने बवाल किया था। शैली राणा और पवन कुमार के साथ मारपीट की थी। हंगामा होने पर रकाबगंज थाने से पुलिसकर्मी आ गए थे। किसी ने उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया था। पुलिस ने खुद मारपीट के वीडियो बनाए थे। डीसीपी सिटी सूरज राय ने इस मामले में दो दरोगा, तीन मुख्य आरक्षी और तीन सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
एसीपी सदर सुकन्या शर्मा ने बताया कि इंस्पेक्टर शैली राणा को निलंबित किया गया था। उनकी तहरीर पर बवाल, हत्या का प्रयास, मारपीट, गाली-गलौज आदि की धारा के तहत मुकदमा लिखा गया। पुलिस ने मौके से मवाना रोड, मेरठ निवासी इंस्पेक्टर की पत्नी गीता नागर, सरहज सोनिका व साले ज्वाला सिंह को पकड़ा था। तीनों को जेल भेज दिया गया। इंस्पेक्टर का बेटा अधिराज भी मां के साथ आया था। उसने मारपीट नहीं की थी। उसे दादा-दादी के सुपुर्द कर दिया गया। वह थाने में फूट-फूटकर रो रहा था। कह रहा था कि पापा की वजह से मम्मी के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। पापा ठीक होते तो मम्मी को हंगामा क्यों करना पड़ता।
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आगरा से बना इंस्पेक्टर का मेडिकल
इंस्पेक्टर पवन कुमार का स्थानांतरण मुजफ्फरनगर से विजिलेंस में हुआ है। उन्हें लखनऊ में ज्वाइन करना था। अभी उन्हें कोई सेक्टर आवंटित नहीं हुआ था। वह मेडिकल अवकाश पर चल रहे थे। उनका मेडिकल भी आगरा से ही बना था। मेडिकल अवकाश पर रहने के दौरान घटना हुई है। इस वजह से उनके खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। कमिश्नरेट से उनके खिलाफ मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी गई है।
तमाशबीन पुलिसकर्मी जाएंगे बाहर
इंस्पेक्टर के साथ मारपीट हो रही थी। पुलिसकर्मी तमाशा देख रहे थे। एक पुलिसकर्मी तो वीडियो बना रहा था। इंस्पेक्टर शैली राणा उससे मदद मांग रही थीं। उसने मदद नहीं की। यह देखकर अधिकारी हैरान हैं। तय किया गया है कि कर्तव्य के प्रति लापरवाही के आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है। सिर्फ लाइन हाजिर और निलंबन की कार्रवाई पर्याप्त नहीं है। घटना में जिसकी भूमिका ज्यादा निकलेगी उसका स्थानांतरण कमिश्नरेट से बाहर कराया जाएगा। ताकि भविष्य में घटना के समय पुलिस कर्मियों के आपसी मतभेद सामने नहीं आएं। उनके लिए घटना पहले महत्वपूर्ण रहे।
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