धनबादः ढुल्लू महतो बीजेपी के प्रत्याशी हैं । उस लोकसभा क्षेत्र के जहां सवर्ण वोट बैंक ही जीतने वाले का नाम तय करता है । फिर ऐसे में बाघमारा से बीजेपी के विधायक जिनका खुद का विधानसभा धनबाद की बजाए गिरिडीह में पड़ता है कैसे टिकट पाने में कामयाबी पा गए । यह सवाल ना सिर्फ धनबाद की जनता और बीजेपी कार्यकर्ताओं में उठ रहा है बल्कि पूरे झारखंड में ढुल्लू महतो चर्चा का विषय है । ढुल्लू और धनबाद के राज से पर्दा उठाया है जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय ने । सरयू राय ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि
#लौहनगरी #जमशेदपुर की तरह #कोयलानगरी #धनबाद का राजनीतिक आतंक भी पड़ोसी राज्य के राजभवन से नियंत्रित होगा और #धनबाद लोकसभा सीट फ़ाइनल कराने के लिए लाट साहब दो-तीन दिन दिल्ली दरबार में जमे रहेंगे तो #धननबाद का सर्वजन भी #जमशेदपुर की तरह आकुल होगा, राष्ट्रहित में वैसा ही नतीजा देगा.
अब यह राज तो है नहीं कि सरयू राय किस राजभवन की ओर इशारा कर रहे हैं । माना जाता है कि सरयू राय ने इशारों ही इशारों में ढुल्लू महतो के टिकट दिलाने में ओडिशा के राज्यपाल और सरयू राय के प्रतिद्वंदी रघुवर दास का नाम लिया है । उनके पोस्ट में अपने ही विधानसभा सीट का जिक्र है जहां उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम रघुवर दास को मात दी थी । जमशेदपुर पूर्वी सीट के बहाने उन्होंने इशारा कर दिया है कि बीजेपी ने बड़ी गलती कर दी। सरयू राय ने संकेत दिया है कि ढुल्लू के टिकट के लिए एक ‘लाट साहब’ ने दिल्ली में कई दिनों तक डेरा डाला ।
आमतौर पर सरयू राय की राजनीतिक भविष्यवाणी गलत नहीं होती है । खासतौर से अपनी ही पूर्व पार्टी को लेकर उनके अनुभव झारखंड में सच ही साबित होते रहे हैं । हांलाकि ढुल्लू महतो को बतौर प्रत्याशी चुनने से जिले के बीजेपी कार्यकर्ता भी ज्यादा खुश नहीं है । खुश नहीं होने की वजह है की ढुल्लू की दबंगई वाली छवि। साथ ही बाहरी-भीतरी की राजनीति । बहरहाल देखना यह होगा की सरयू राय की भविष्यवाणी कितनी सच साबित होती है ।