नागपुर.. बॉम्बे हाईकोर्ट के नागपुर बेंच ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को माओवादी लिंक और देश के खिलाफ युद्ध के आरोपों से ना सिर्फ दोषमुक्त कर दिया है बल्कि रिहा करने का आदेश दिया है । प्रोफेसर साईबाबा नागपुर सेंट्रल जेल में उम्रकैद काट रहे हैं । पचपन साल के गोलकोंडा नागा साइबाबा दिल्ली के रामलाल आनंद कॉलेज में प्रोफेसर थे और उन्हें 2014 में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था । माओवादी लिंक की वजह से 2014 में उन्हें गिरफ्तार किया गया था । 2017 में गढ़चिरौली जिले के सेशन कोर्ट ने साईबाबा समेत पाँच आरोपियों जिनमें एक पत्रकार औ जवाहर लाल यूनिवर्सिटी का एक छात्र भी शामिल था को सजा सुनाई थी । हाईकोर्ट ने १४ अक्टूबर २०२२ इस मामले को ख़ारिज कर दिया था लेकिन महाराष्ट्र सरकार उसी दिन सुप्रीम कोर्ट पहुँच गई जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश को पलट दिया था । अब एक बार फिर जस्टिस विनय जोशी और जस्टिस वाल्मिकी एसए मेंजिस ने साईंबाबा और उनके साथ क़ैद चार अन्य दोषियों को दोषमुक्त कर दिया है ।