रांची: लोकसभा चुनाव का परिणाम आ गया है। इस साल के अंत में झारखंड विधानसभा का चुनाव भी होना है, ऐसे में लोकसभा चुनाव विधानसभा चुनाव से पहले सेमीफाइल जैसा था। लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को मिले वोटों का अध्ययन करने पर पता चलता है कि एनडीए ने लोकसभा चुनाव में 50 विधानसभा क्षेत्र में बढ़त बनाई वही इंडिया गठबंधन ने 29 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बनाई है।
India Alliance की बैठक में खरगे ने दूसरे दलों को दिया साथ आने का न्यौता, कहा-मोदी के नाम पर चुनाव लड़े जनमत उनके खिलाफ
सीएम समेत 7 मंत्री के क्षेत्र में पिछड़ी गठबंधन
इस लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन समेत सात मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र में अपने गठबंधन के उम्मीदवार को बढ़त नहीं दिला सके। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी को बढ़त मिली। मंत्री मिथिलेश ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र गढ़वा में बीजेपी को बढ़त मिली। मंत्री बसंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र दुमका में बीजेपी ने बढ़त बनाई, सत्यानंद भोक्ता के विधानसभा क्षेत्र चतरा में बीजेपी को बढ़त मिली। मंत्री बेबी कुमारी के विधानसभा क्षेत्र डुमरी में निर्दलीय जयराम महतो को बढ़त मिली। मंत्री बादल पत्रलेख के विधानसभा क्षेत्र जरमुंडी में बीजेपी को बढ़त मिली, वही मंत्री बन्ना गुप्ता के विधानसभा क्षेत्र में भी बीजेपी बढ़त में रही। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो के विधानसभा क्षेत्र नाला में भी बीजेपी उम्मीदवार सीता सोरेन को बढ़त मिली और स्पीकर अपने क्षेत्र में जेएमएम को बढ़त नहीं दिला सके।
वही दूसरी ओर चार मंत्री ऐसे थे जिनके विधानसभा क्षेत्र में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को बढ़त मिली। जेल में बंद मंत्री आलमगीर आलम के विधानसभा क्षेत्र पाकुड़ में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को बढ़त मिली। वही मंत्री हफीजुल अंसारी के विधानसभा क्षेत्र मधुपुर में गठबंधन प्रत्याशी को बढ़त मिली। दीपक बरूआ और रामेश्वर उरांव के विधानसभा क्षेत्र में गठबंधन के प्रत्याशी को बढ़त मिली।
प्रत्याशी बने 5 विधायक अपने क्षेत्र में पिछड़े
2024 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश के 11 विधायक भी चुनाव मैदान में थे, इनमें पांच विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में भी बढ़त नहीं बना सके। हजारीबाग से कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश भाई पटेल अपने विधानसभा क्षेत्र मांडू में पिछड़ गए। कोडरमा से माले उम्मीदवार विनोद सिंह को अपने विधानसभा क्षेत्र बगोदर में बढ़त नहीं मिली। गोड्डा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रदीप यादव अपने विधानसभा क्षेत्र पोरैयाहाट में पिछड़ गए। जमशेदपुर से जेएमएम के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक समीर मोहंती को अपने विधानसभा क्षेत्र में भी बढ़त नहीं मिली। वही जेएमएम से बागी होकर लोहरदगा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुखदेव भगत के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे जेएमएम विधायक चमरा लिंडा को अपने विधानसभा क्षेत्र विशुनपुर में बढ़त नहीं मिली और वो बुरी तरह चुनाव हारकर तीसरे नंबर पर रहे।
एसटी सीटों पर इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा है। कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का आक्रोश बीजेपी को उठाना पड़ा है। अगर एसटी आरक्षित सीट का विधानसभा क्षेत्र के अनुसार अध्ययन करे तो पता चलता है कि इस चुनाव में 23 एसटी आरक्षित सीटों पर इंडिया गठबंधन को बढ़त मिली है वही एनडीए को मात्र पांच सुरक्षित सीटों पर बढ़त मिली है।